गुमला, दुर्जय पासवान : जिले के सिसई प्रखंड से हो कर बहने वाली दक्षिणी कोयल नदी के किनारे नागफेनी फॉल है, जो पर्यटकों के दृष्टिकोण नववर्ष में घूमने की सुंदर जगह है. नागफेनी नदी में इठला कर बहती जलधारा, नुकीले व ऊंचे पहाड़ व अद्भुत प्राकृतिक छटा है. नदी तट के किनारे प्राचीन भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की मूर्ति है. यह जगह गुमला जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर है, जो अपने अंदर ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर समेटे हुए हैं. यह गुमला जिला के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है. यह गांव नागवंशी राजाओं का गढ़ था, जिनके भवनों के अवशेष आज भी देखने को मिलते हैं. गुमला शहर से नजदीक होने के कारण यहां नववर्ष में आराम से घूम फिर सकते हैं. यहां नदी व पहाड़ का भी आनंद ले सकते हैं. नागफेनी में जगन्नाथ मंदिर, शिवलिंग पर लिपटे अष्टधातु निर्मित नाग, अष्टकमल दल, पाटराजा व नागसंत्थ देखने योग्य हैं. वहीं कोयल नदी की धारा पर खड़े हजारों चिकने पत्थर, अंबाघाघ जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है. सात खाटी कुआं, कुकुरकुंडी, मठ टोंगरी, पौराणिक मठ, पहाड़ी पर नागवंशी काल के भग्नावशेष अपने इतिहास की कहानी कह रहे हैं.
नागफेनी आज भी उपेक्षित
यह जरूर पर्यटक स्थल है और लोग घूमने-फिरने परिवार के साथ पहुंचते हैं. परंतु, प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है. यहां सरकार की तरफ से लोगों के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. प्रकृति ने जिस प्रकार संवारा है, उसी सुंदरता व पहाड़ों और नदियों में बैठ कर लोग नये साल की खुशी मनाते हैं.
कैसे जायें और कहां ठहरें
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गुमला जिले के सिसई प्रखंड में बहती है नागफेनी नदी
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रांची से 80, सिसई से 10 व गुमला से 16 किमी दूर है यह जगह
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सुबह आठ से शाम छह बजे तक परिवार के साथ घूम सकते हैं
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सुबह से देर शाम तक चलते हैं बस व छोटे-बड़े वाहन
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नागफेनी में एक दर्जन लाइन होटल हैं, बगल में गांव भी है
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पर्यटकों के लिए गुमला शहर में ठहरने के लिए कई होटल हैं
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पर्यटक अपनी गाड़ी से आसानी से आना-जाना कर सकते हैं
परेशानी हो, तो यहां संपर्क करें
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गुमला एसडीपीओ : 9431706202
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गुमला सदर थाना : 9431706206
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सिसई थाना : 9431706214
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प्रभात खबर गुमला : 7004243637