गिरिडीह में ठंड का प्रकोप जारी है. शीतलहर की वजह से जिंदगी ठिठुर रही है. पिछले कुछ दिनों से ठंड निरंतर बढ़ रही है. बुधवार को गिरिडीह का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा. ठंड का सर्वाधिक असर सुबह और शाम को महसूस हो रहा है. सुबह के वक्त ठंड के कारण महिलाओं और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने से कतराने लगे हैं. हालांकि अभिभावक बच्चों को तैयार कर नियत समय पर विद्यालय पहुंचाते हैं.
रात में होती है तापमान में गिरावट
दोपहर में शीतलहर चलती है. यूं तो धूप खिली रहने के कारण लोग धूप में ही रहना पसंद करते हैं. सरकारी-गैर सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी कार्यों के निष्पादन के बाद धूप सेंकते नजर आते हैं. शाम होने के साथ ही ठंड बढ़ने लगती है. रात में तापमान में गिरावट होती है. लिहाजा शाम होने के बाद लोग अपने-अपने बिस्तर में दुबक जाते हैं. निजी कार्य करने वाले लोगों को देर रात घर लौटना पड़ता है. इससे उन्हें काफी कठिनाई होती है. गिरिडीह में कई फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग देर रात घर आते हैं और पुन: अलसुबह काम के लिए निकल जाते हैं. ठंड की वजह से दिहाड़ी मजदूरों को भी परेशानी होती है.
अलाव की व्यवस्था कराने की मांग
भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा ने नगर निगम से शहरी क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों पर अलाव लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ठंड लगातार बढ़ रही है. इससे आम अवाम को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खासकर मजदूरों को ज्यादा परेशानी होती है. ऐसे में इन समस्याओं को देखते हुए नगर निगम को अलाव की व्यवस्था करानी चाहिए. श्री सिन्हा ने कहा कि इस मामले में डीसी से अलाव लगवाने की मांग की जायेगी.
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