लखनऊ: अयोध्या में प्रस्तावित मस्जिद की शिलान्यास मक्का के इमाम रख सकते हैं. यह मस्जिद अयोध्या से 25 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में प्रस्तावित है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने धुन्नीपुर में मस्जिद के लिये जमीन दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह मस्जिद देश में सबसे बड़ी होगी. यहां देश की सबसे बड़ी कुरान भी होगी, जो 21 फुट ऊंची और 36 फुट चौड़ी होगी.
मीडिया रिपोटर्स के अनुसार मुंबई के भाजपा नेता हाजी आराफात शेख को मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला (धुन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद) विकास समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. उनके अनुसार अयोध्या में बनने वाली नई मस्जिद भारत में सबसे बड़ी होगी. यह ताज महल से भी सुंदर होगी. जिससे सभी धर्मों के लोग इसे देखने आ सकेंगे.
गौरतलब है कि अयोध्या के धुन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन तय हो चुका है. मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला में पांच मिनारे होंगी. ये मीनारें इस्लाम के पांच स्तंभों कलमा, नमाज, रोजा, हज और जकात का प्रतीक होंगी. यहीं पर एक कैंसर अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, लाइब्रेरी व संग्रहालय बनेगा. इसके अलावा एक किचन भी होगा, जहां सभी आने वालों को भोजन की सुविधा मिलेगी. मस्जिद में वज़ू खाना, मछलीघर, महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी. मस्जिद परिसर में हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. छायादार व फलदार भी पेड़ लगाये जाने की भी योजना है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंडो इस्लामिक कल्चरल फांडेशन ने अयोध्या मस्जिद के निर्माण की शुरुआत की थी. इसी फाउंडेशन की मुंबई में हुई बैठक में अयोध्या के धुन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद के नाम की घोषणा हुई थी. इसमें फाउंडेशन के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी भी मौजूद थे.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अयोध्या के धुन्नीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिये दी गयी है. बताया जा रहा है कि इस पांच एकड़ के अलावा वक्फ छह एकड़ जमीन और अधिग्रहीत करने की योजना बना रहा है. जिससे 11 एकड़ में नई मस्जिद का निर्माण हो सके. इसमें एक साथ लगभग 10 हजार लोग नमाज पढ़ सकें. मस्जिद निर्माण के लिये फंडिंग की जाएगी.