चाकुलिया में हाल के दिनों में एंबुलेंस सेवा बदहाल है. मरीजों को 108 एंबुलेंस की सेवा नहीं मिल पा रही है. मरीज निजी वाहनों के सहारे हैं. वर्ष 2018-19 में चाकुलिया सीएचसी को दो 108 एंबुलेंस मिली थी. संचालक ने एंबुलेंस का रखरखाव ठीक से नहीं किया. इस कारण एंबुलेंस पूरी तरह से जर्जर हो गयी. अब झारखंड सरकार ने सीएचसी को एक नयी एंबुलेंस दी है, जो बस के आकार की है. यह एंबुलेंस ग्रामीण क्षेत्र में मरीज के घर तक नहीं पहुंच पाती है. इस एंबुलेंस का मुख्य सड़क से नीचे उतरना काफी मुश्किल हो जाता है. मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
इसके अलावा दो के बजाय सिर्फ एक एंबुलेंस होने से कई दिक्कतें आ रही हैं. घायल अवस्था में मरीज तड़प रहे होते हैं. उस समय 108 एंबुलेंस के लिए संपर्क करने पर अधिकतर समय उपलब्धता नहीं हो पाती है. विगत शुक्रवार को चाकुलिया स्थित अंडर ब्रिज पर सोनाहारा निवासी वीरेंद्र कालिंदी गंभीर रूप से घायल होकर तड़प रहे थे. 108 एंबुलेंस को फोन किया गया, तो जानकारी दी गयी कि एंबुलेंस बहरागोड़ा में है. उसे पहुंचने में देर होगी. चाकुलिया के एक स्थानीय युवक विक्रम दास के सहयोग से उसे अस्पताल पहुंचाया गया. एंबुलेंस की अव्यवस्था से लोग चिंतित हैं. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब से 108 एंबुलेंस का संचालन शुरू हुआ. स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया. एंबुलेंस के तुरंत पहुंच जाने से मरीजों की जान बच रही थी.
108 एंबुलेंस जर्जर हो चुकी है. एक नयी एंबुलेंस मिली है, जो काफी बड़ी है. इस परिस्थिति में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
रंजीत मुर्मू, चिकित्सा प्रभारी, चाकुलिया सीएचसी
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