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देवघर : जिला परिषद की दुकानों से तिगुना किराया वसूली की जांच करेगी कमेटी

डीडीसी ने बताया कि पिछले दो वर्षों से जिन दुकानदारों ने किराया नहीं जमा किया है, उन दुकानदारों से बकाया पांच लाख रुपये की वसूली के लिए पुलिस बलों के साथ जिला परिषद के कर्मी जायेंगे व दुकानदारों से वसूली की जायेगी.

देवघर : सत्संग के समीप जिला परिषद की दुकानों से तिगुना किराया वसूली के मामले की जांच कमेटी करेगी. जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी डॉ ताराचंद ने जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के नेतृत्व में जांच टीम बनायी है. डीडीसी ने निर्देश दिया है कि कार्यपालक पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम स्थल पर जाकर दुकान संचालित करने वाले दुकानदारों से पूछताछ करेंगे, साथ ही दुकान संचालन से संबंधित अन्य बिंदुओं की जांच करेंगे. डीडीसी ने बताया कि जांच रिपोर्ट में अवैध वसूली की पुष्टि होने पर कानूनी कार्रवाई भी होगी.

पुलिस बलों के साथ होगी बकाया किराये की वसूली

डीडीसी ने बताया कि पिछले दो वर्षों से जिन दुकानदारों ने किराया नहीं जमा किया है, उन दुकानदारों से बकाया पांच लाख रुपये की वसूली के लिए पुलिस बलों के साथ जिला परिषद के कर्मी जायेंगे व दुकानदारों से वसूली की जायेगी. बकाया राशि नहीं दिये जाने पर प्रावधान के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.

किराया बढ़ाया जायेगा, होगी समीक्षा

देवघर डीडीसी ने बताया कि सत्संग के समीप जिला परिषद में कुल 20 दुकानों की बंदोबस्ती कई वर्ष पहले हुई है. दुकानों का किराया 640 रुपये अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर निर्धारित किया गया है, लेकिन अब जिला परिषद किराये की समीक्षा कर किराया बढ़ायेगी. प्रशासनिक स्तर से ही किराया बढ़ाने का निर्णय लिया जायेगा. मालूम हो कि सत्संग के समीप जिला परिषद के 15 दुकानों को बंदोबस्तधारी किसी अन्य दुकानदार को किराये पर देकर 1500 रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक हरेक महीने अतिरिक्त वसूल रहे हैं, जबकि जिला परिषद के खाते में 640 रुपये ही हरेक महीने जमा हो रहे हैं.

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