Adani Group Income: भारत दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अदाणी जनवरी के बाद हुए हिंडनबर्ग रिचर्च रिपोर्ट के नुकासन की भरपार करने में काफी तेजी से जुटे हुए हैं. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रुप का घाटा कंपनी के बेहतरीन प्रदर्शन और प्रबंधन के कारण काफी हद तक कम हो गयी है. अब, अदाणी के लिए एक और राहत वाली खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि अदाणी समूह के अधिग्रहण के बाद एसीसी-अंबुजा सीमेंट की कर-पूर्व आय (एबिटा) 350 रुपये से बढ़कर 1,350 रुपये प्रति टन हो गई है. सूत्रों ने कहा कि समूह को उम्मीद है यह आंकड़ा 2024 तक बढ़कर 1,400 रुपये हो जाएगा. अदाणी समूह ने पिछले साल अंबुजा सीमेंट लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड का अधिग्रहण किया था. अंबुजा सीमेंट के पास देशभर में छह एकीकृत सीमेंट विनिर्माण संयंत्र और आठ सीमेंट ग्राइंडिंग इकाइयां हैं. इसके साथ ही उसकी वार्षिक सीमेंट क्षमता 3.1 करोड़ टन है. एसीसी के पास 17 सीमेंट विनिर्माण इकाइयां और 85 कंक्रीट संयंत्र हैं और उसकी वार्षिक सीमेंट क्षमता 3.44 करोड़ टन है.
क्या है कंपनी का प्लान
अदाणी समूह अब 2027 तक वार्षिक सीमेंट क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा है. कंपनी के सूत्रों ने कहा कि सितंबर 2022 में अधिग्रहण पूरा होने के बाद से प्रति टन सीमेंट एबिटा 350 रुपये से बढ़कर 1,350 रुपये हो गया है. इसे 2024 तक 1,400 रुपये प्रति टन तक बढ़ाया जाएगा. मौजूदा एबिटा मार्जिन करीब 20 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाकर करीब 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य है. सूत्रों ने कहा कि समूह मार्च, 2028 तक 12 करोड़ टन की बिक्री हासिल करना चाहता है.
सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड का किया अधिग्रहण
गौतम अदाणी ने हाल ही में, सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड का भी अधिग्रहण किया है. इस डील का एंटरप्राइज वैल्यू 5185 करोड़ रुपये का है. अदाणी समूह ने इस डील के लिए फंडिंग अपने इंटरनल सोर्स के माध्यम से की है. अब कंपनी में अंबुजा सिमेंट की कंपनी में 54.51 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी. अंबुजा सीमेंट्स ने 3 अगस्त 2023 को मौजूदा प्रमोटर ग्रुप रवि सांघी एंड फैमिली से सांघी इंडस्ट्रीज की 54.74 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की थी. इस अधिग्रहण को अंबुजा सीमेंट्स पूरी तरह आंतरिक स्त्रोतों से फंड करेगा. सांधी इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के बाद अंबुजा सिमेंट की प्रोडक्शन की कैपिसिटी 73.6 मीट्रिक टन सालाना तक बढ़ जाएगी. एसीएल का 2028 तक 140 MTPA क्षमता को हासिल करने का लक्ष्य समय से पहले पूरा हो जाएगा. इसके साथ ही, अंबुजा सिमेंट का लक्ष्य है कि सांघी इंडस्ट्रीज को देश की सबसे कम लागत वाली क्लिंकर की कंपनी बनाया जाए. अंबुजा सीमेंट्स को सांघी इंडस्ट्रीज को खरीदने से काफी फायदा मिलने की उम्मीद है और इस अधिग्रहण के बाद एसीएल की सीमेंट कैपिसिटी मौजूदा 67.5 MTPA से बढ़कर 73.6 MTPA हो जाएगी.
क्या था सांघी इंडस्ट्रीज का ऐसेट्स
सांघी इंडस्ट्रीज का मालिकाना हक रवि सांघी एंड फैमिली के पास था. उनके पास कंपनी के 56.74 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी. कंपनी के पास गुजरात के कच्छ जिले के सांघीपुरम में भारत का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन सीमेंट औक क्लिंकर यूनिट था. कंपनी के पास ये सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड यूनिट था. सांघी के अधिग्रहण के बाद अंबुजा सिमेंट के पास कंपनी का सबसे बड़ा सीमेंट यूनिट आ जाएगा. सांघी का सिमेंट यूनिट 2700 एकड़ जमीन पर स्थित है और ये इंटीग्रेटेड यूनिट 2 क्लिंस और 6.6 MTPA के साथ साथ 6.1 MTPA की ग्राइंडिग यूनिट है. इसके साथ ही, प्लांट में 130 मेगावॉट का कैप्टिव पावर प्लांट है. जबकि 13 मेगावॉट का वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम भी है. यूनिट सांघीपुरम में एक कैप्टिव जैटी के साथ भी जुड़ी हुई है.
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