रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में बुधवार को दिल्ली की अदालत में सुनवाई की गयी. इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी व पुत्र तेजस्वी यादव सशरीर उपस्थित नहीं रहे. अदालत अब इस मामले की सुनवाई 6 जनवरी को करेगी. वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ऑस्ट्रेलिया जाने की अनुमति अदालत से मांगी है. तेजस्वी यादव का पासपोर्ट रीलिज करने का आग्रह उनके वकील की ओर से किया गया है. इस मामले की सुनवाई 22 दिसंबर को की जाएगी.
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में दिल्ली की अदालत में बुधवार को भी सुनवाई हुई. इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू यादव समेत उनके परिवार के कोई सदस्य सशरीर उपस्थित नहीं रहे. अदालत में बुधवार को सभी 17 आरोपितों पर आरोप तय होने थे. बता दें कि इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव को जमानत मिली हुई है. अदालत ने अब इस मामले की सुनवाई के लिए 6 जनवरी का दिन सुनिश्चित किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की ओर से अदालत में अर्जी दी गयी है कि उनका पासपोर्ट रीलिज कर दिया जाए. तेजस्वी यादव ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. तेजस्वी यादव सरकारी कार्यक्रम के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने की अनुमति मांग रहे हैं. इसपर सुनवाई 22 दिसंबर को होनी है. बता दें कि तेजस्वी यादव का पासपोर्ट सीज किया गया है और पिछली बार भी अदालत से अनुमति मिलने पर वो विदेश दौरे पर जा सके थे.
Also Read: बिहार में जो मेडल लायेगा…वह नौकरी पायेगा, तेजस्वी यादव ने खिलाड़ियों के लिए किया बड़ा ऐलान
गौरतलब है कि जमीन के बदले नौकरी का यह मामला रेलवे में नौकरी से जुड़ा है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. एजेंसी का आरोप है कि लालू यादव जब 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे तो नौकरी देने के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ था. आरोप है कि नौकरी लगवाने के नाम पर डील हुई थी और आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने जांच के बाद लालू यादव समेत उनके परिवार के भी कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था. लालू यादव पर परिजनों के नाम पर भी जमीन लेने का आरोप है.