झारखंड विधासनभा के शीतकालीन सत्र में 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति के मुद्दे पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष को जमकर कोसा. झारखंड के युवाओं को रोजगार नहीं मिलने के लिए भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों को जिम्मेदार ठहराया. कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने हजारों युवाओं को रोजगार दिया है. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने झारखंड के युवाओं को रोजगार देने के लिए हमारी सरकार ने विधानसभा में नियोजन नीति को पास किया. भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने सदन में बिल का विरोध करने की बजाय पिछले दरवाजे से अपने एक बड़े नेता को हाईकोर्ट भेज दिया. हाईकोर्ट के जरिए नियोजन नीति को रद्द करवा दिया गया. इसलिए झारखंड के युवाओं को रोजगार नहीं मिलने के लिए अगर कोई भी पार्टी जिम्मेदार है, तो वह है भाजपा. वहीं, झामुमो के वरिष्ठ नेता और मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि 18 साल में जिन लोगों ने झारखंड के युवाओं को रोजगार नहीं दिया, वे आज हमसे सवाल पूछ रहे हैं. कहा कि जो काम वे 18 साल में नहीं कर पाए, हमारी सरकार दो साल में कैसे कर देगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सब कुछ करेगी. आज भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वह बौखला गई है.
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