संतरे में विटामिन सी और फोलेट भरपूर मात्रा में होता है. विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और फोलेट सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है जो आपके बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के निर्माण में मदद करता है
केले में मौजूद उच्च फाइबर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर रखता है, केले पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन बी-6 जैसे अन्य पोषक तत्वों का पावरहाउस हैं. यह होने वाली माँ और बच्चे दोनों में कोशिका वृद्धि में मदद करता है
आम में विटामिन सी और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं साथ ही एंटीऑक्सिडेंट और ऊर्जा भी प्रचुर मात्रा में होती है इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है
नाशपाती गर्भवती माताओं के लिए पहली तिमाही में खाने वाले फलों का बढ़िया विकल्प है. इसमें फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है जो पहले तीन महीने में बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए आवश्यक होता है
अनार कैल्शियम, आयरन, फोलेट, प्रोटीन और ऊर्जा से भरपूर होता है. इसका सेवन मां और बच्चे में आयरन की कमी को रोकने में मदद करती है और विटामिन के हड्डियों की मजबूती को बढ़ावा देता है
एवोकाडो में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है इसके अलावा इसमें मौजूद पोटेशियम पैर की ऐंठन से होने वाले दर्द से राहत दिला सकता है,
खुबानी गर्भवती माताओं के लिए सबसे अच्छे फलों में से एक है इसमें मौजूद लौह तत्व के कारण ये हड्डियों की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देते हैं यह.विटामिन ए, सी, और ई, कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम समेत अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है.
अमरूद में विटामिन सी एक संतरे की मात्रा से चार गुना होती है जो आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करती है. यह सामान्य सर्दी, मूत्र पथ के संक्रमण जैसे संक्रमणों से बचाती है इसमें फोलिक एसिड भी होता है.
अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स हृदय के कार्यों को उत्तेजित करने में मदद करते हैं. अंगूर में एंटी-एजिंग तत्व होते हैं जो त्वचा के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं.
मतली और चक्कर से राहत दिलाने वाले गुणों के कारण चीकू गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में खाने वाले फलों की लिस्ट में आता है.यह इलेक्ट्रोलाइट्स, विटामिन ए, कार्बाेहाइड्रेट और ऊर्जा से भरपूर होता है
ब्लू बैरीज़: ब्लूबेरी में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन सी और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं. इसमें मौजूद पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
बढ़ते भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर, सेब एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है. सेब में पाई जाने वाली उच्च फेनोलिक सामग्री हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करती है.
नींबू मॉर्निंग सिकनेस को कम करने और बॉडी सिस्टम से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. यह विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर होता है.
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विटामिन सी से भरपूर चेरी प्लेसेंटा और बच्चे को रक्त की आपूर्ति में सुधार में मदद करता है. इसका सेवन कोशिका वृद्धि को प्रोत्साहित करने में मदद करता है और तनाव से राहत देता है साथ ही सूजन भी कम करता है.
खनिज और पानी से भरपूर, तरबूज में लाइकोपीन और सिट्रुललाइन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं. यह मांसपेशियों की ऐंठन और हाथों – पैरों की सूजन से भी राहत दिलाता है.
Also Read: रात में नहाने से बढ़ेगी खूबसूरती और शाइनी होंगे बाल, जानिए और भी कई फायदेDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.