रांची : सिंघानिया ग्रुप के ठिकानों पर जारी छापेमारी के दौरान तीन किलो जेवर भी मिले हैं. इसके मूल्यांकन का काम जारी है. साथ ही सिंघानिया ग्रुप के ठिकानों से मिले दस्तावेज की जांच की जा रही है. आयकर अधिकारियों का दल छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर ग्रुप से संबंधित लोगों से पूछताछ भी कर रहा है. आयकर की अनुसंधान शाखा ने पान-मसाला व्यापारी जयप्रकाश सिंघानिया व ग्रुप से जुड़ लोगों के झारखंड, बिहार, बंगाल और मध्य प्रदेश के कुल 29 ठिकानों पर 19 दिसंबर को छापेमारी शुरू की थी.
छापेमारी के दौरान ग्रुप से संबंधित ठिकानों से 40 लाख रुपये नकद मिले थे. छापेमारी की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही. झारखंड में गुटखा पर पाबंदी लगाये जाने के बाद सिंघानिया ग्रुप ने पान-मसाला के अलावा दूसरे व्यापारिक क्षेत्रों में कदम रखा है. करीब दो साल पहले इस ग्रुप ने रियल स्टेट के व्यापार में कदम रखा है. इसके अलावा मशरूम और अन्य कृषि उत्पाद के क्षेत्र में भी काम करना शुरू किया है. इस समूह द्वारा पान-मसाले के कच्चे व्यापार का पैसा रियल स्टेट में निवेश किये जाने की आशंका जतायी जा रही है. साथ ही कृषि उत्पाद के क्षेत्र में कदम रखने का उद्देश्य भी टैक्स से बचना बताया जाता है.
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