15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

घाटशिला : ठिठुरती ठंड में कोई बरामदा में, तो कोई जमीन पर गुजारते हैं रात

आदिम जनजाति के सबर परिवार ठंड में रात गैसे गुजारते हैं. यह देखने बुधवार रात 10.30 बजे प्रभात खबर का संवाददाता सबर बहुल दारीसाई और घुटिया सबर बस्ती पहुंचा.

आदिम जनजाति के सबर परिवार ठंड में रात गैसे गुजारते हैं. यह देखने बुधवार रात 10.30 बजे प्रभात खबर का संवाददाता सबर बहुल दारीसाई और घुटिया सबर बस्ती पहुंचा. सर्द रात में खिड़की-दरवाजे विहीन बिरसा आवास में कोई सबर बरामदे में, तो कोई जमीन पर ठिठुरते मिले. वहीं कई बच्चे अपने पिता और मां के साथ जमीन पर सोते मिले. खिड़की दरवाजे नहीं रहने से ठंड हवा आवास के अंदर जा रही थी. ठंड से सबर बच्चे और बड़े ठिठुरते मिले. इन्हें अभी तक गर्म कपड़े नहीं मिले हैं. सबर परिवार में कई सदस्य हैं, पर एक कंबल मिला है. फटे-पुराने कंबल और गद्दे को ओढ़कर ठंड की रात काट रहे हैं. कई बिरसा आवास में ढिबरी टिमटिमा रही थी.

दारीसाई के लालटू सबर, दुखनी सबर अपने बच्चों के साथ जद्दोजहद करते दिखे

दारीसाई में लालटू सबर, दुखनी सबर अपने दो बच्चों के साथ ठंड से जद्दोजहद करते देखे गये. रात 10.30 बजे के बाद हर तरफ सन्नाटा था. हाड़ कंपा देने वाली ठंड थी. सबर परिवार जमीन पर एक फटा कंबल बिछाकर सोये थे. उपर से एक पतला कंबल ओढ़े थे. बच्चे ऐसे ही सोये थे. ऊपर से खिड़की-दरवाजा विहीन आवास. दारीसाई के कई आवास में दरवाजे हैं जो बंद मिले. एक सबर परिवार बरामदे में जमीन पर सोया मिला. देखकर रूह कांप गयी.

घुटिया में अलाव जलाकर कट रही सबरों की जिंदगी

बड़ाखुर्शी पंचायत के दारीसाई व घुटिया सबर बस्ती के सबर बच्चे व सबर परिवार के लोग इस कड़ाके की ठंड में बदहाली की जिंदगी जी रहे हैं. ठंड से निजात पाने के लिए सबरों के पास पर्याप्त कपड़े नहीं हैं. परिवार के एक सदस्य को ही कंबल मिला है. कड़ाके की ठंड में सबर परिवार को गर्म कपड़े व वस्त्र उपलब्ध कराने की दिशा में जिला प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधि सजग नहीं हैं. ऐसे में सबर परिवार को किसी के सहयोग का इंतजार है. घुटिया सबर बस्ती के अधिकांश सबरों के आवास में दरवाजा-खिड़की नहीं हैं. दरवाजे पर मच्छरदानी टंगी है. यहां के सबर रात में ठिठुर कर और दिन में धूप सेंककर जिंदगी काट रहे हैं. कई सबर परिवार फटे पुराने कंबल के सहारे रात काट रहे हैं. घुटिया सबर बस्ती के सर्वेशर सबर, मिठुर सबर, रंजीत सबर, सुकु सबर, रहीना सबर, राखल सबर, मंगली सबर के घर में दरवाजा नहीं है.

Also Read: घाटशिला : मनरेगा में 1250 से घटकर रह गये 450 मजदूर, दो माह के 30 लाख व वेंडर के 70 लाख बकाया

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें