धनबाद : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल), धनबाद एरिया बोर्ड अंतर्गत बिजली से अछूते आठ हजार घर जल्द ही रोशन होंगे. केंद्र सरकार की रिवेंप्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्किम (आरडीएसएस) के तहत बिजली से अछूते लोगों के घर बिजली पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से 3500 किलोमीटर तक अंडरग्राउंड केबल बिछाये जायेंगे. जहां, अंडरग्राउंड केबल नहीं बिछाया जा सकता. वहां, ओवरहेड बिजली के तारों के जरिये लोगों के घरों तक बिजली पहुंचायी जायेगी. जेबीवीएनएल की ओर से बिजली से अछूते लोगों के घरों तक सप्लाई लाइन पहुंचाने का रूट मैप तैयार कर लिया गया है. योजना को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर योजना का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. बता दें कि हाल ही में जेबीवीएनएल की ओर से राज्य स्तरीय सर्वे किया गया है. इसमें बिजली से अबतक अछूते घरों का डाटा तैयार किया गया है. सर्वे रिपोर्ट के अनुसार धनबाद में लगभग आठ हजार घरों में अबतक बिजली नहीं पहुंची है. इनमें ज्यादातर इलाके पहाड़ों के नींचे व जंगलों के बीच बसे गांवों के शामिल हैं.
आरडीडीएस योजना के तहत बिजली से अछूते लोगों के घरों तक सप्लाई लाइन खींचने के साथ लगभग 500 नये ट्रांसफाॅर्मर भी इंस्टॉल किये जायेंगे. इसमें 43 केवीए के 228 व 100 केवीए के 257 ट्रांसफाॅर्मर शामिल हैं. जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार जिन इलाकों में 50 घर होंगे. उस इलाके में 63 केवीए के ट्रांसफाॅर्मर लगाये जायेंगे. इससे अधिक घर होने पर 100 केवीए का ट्रांसफाॅर्मर लगाया जायेगा.
नये बसे इलाकों में आधारभूत संरचना दुरुस्त करने की तैयारी : जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार पिछले चार से पांच सालों में शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्राें में कई नये इलाके बसें हैं. इन इलाकों में जैसे-तैसे बिजली पहुंचा दी गयी है. जेबीवीएनएल द्वारा किये गये सर्वे में ऐसे इलाकों को चिन्हित कर शामिल किया गया है. इन इलाकों में बिजली से संबंधित आधारभूत संरचना तैयार की जायेगी. जरूरत के अनुसार बिजली के पोल, सुरक्षा के दृष्टिकोण से यूजी केबलिंग, नये ट्रांसफाॅर्मर आदि लगाये जायेंगे.
जेबीवीएनएल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के एक साल में योजना का कार्य शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. टेंडर में सभी शर्तें दर्शाये गये हैं. योजना का कार्य पूरा होते ही धनबाद जिला पूर्ण रूप से बिजली युक्त हो जायेगा.
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