देवघर : बाबा मंदिर के लिए वर्ष 2023 उपलब्धियों से भरा रहा. इस वर्ष देश की राष्ट्रपति के साथ-साथ गृह मंत्री से लेकर कई वीआइपी बाबा के दरबार पहुंचे. वहीं बाबा मंदिर में सुविधाएं बढ़ने के साथ ही आमदनी में भी बढ़ोतरी हुई. मंदिर की शीघ्रदर्शनम व्यवस्था को पूरी तरह से डिजिटल किया गया. वित्तीय वर्ष 2022-23 में मंदिर की आय जहां 21.10 करोड़ रुपये थी, वहीं इस वित्तीय वर्ष में करीब आठ माह में अबतक 18.15 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चार माई को बाबा मंदिर पहुंच कर बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की. वहीं चार फरवरी को देश के गृह मंत्री अमित साह बाबा दरबार पहुंचे थे. इसके अलावा बाबा के दरबार में कई केंद्रीय मंत्री, अलग-अलग राज्यों के राज्यपाल से लेकर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस, हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश व सीएम भी पहुंचे. वहीं सिने अभिनेत्रियों में भाग्यश्री, अक्षरा सिंह आदि भी बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की.
श्रद्धालुओं को सुलभ जलार्पण कराने के लिए बाबा मंदिर में हर साल सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है. मंदिर में सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए अलग से आउटसोर्स के माध्यम से टेंडर कर 24 घंटे सफाई का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा शीघ्रदर्शनम व आम कतार को बेहतर करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गये हैं. कूपन वाले रास्ते में भीड़ नहीं हो, इसके लिए अलग से होल्डिंग प्वाइंट का इंतजाम किया गया, ताकि यात्री यहां आराम से अपने बारी का इंतजार कर सके. वहीं टी जंक्शन पर भी व्यवस्था में सुधार किया गया है, ताकि एक साथ आम कतार व कूपन वाली कतार को गर्भ गृह तक ले जाया जा सके.
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बाबा मंदिर में मंदिर प्रशासक सह डीसी ने प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से कुछ कड़े कदम उठाये. इसमें बाबा पर अर्पित होने वाली पूजा सामग्री से लेकर पूजा सामग्री के पात्र का उपयोग होने वाले पर ध्यान दिया. मुख्य रूप से मंदिरों के गर्भ गृह में प्लास्टिक पर रोक लगाने के बाद मंदिर में थर्मोकॉल के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का आदेश देने के साथ एसएसजी ग्रुप द्वारा निर्मित दोना-पत्तल के बढ़ावा देने के लिए सुविधा केंद्र के बरामदे पर एसएसजी ग्रुप का एक काउंटर उपलब्ध कराया गया है.
देवघर बाबा मंदिर में मुख्य आय का साधन चढ़ाव व विकास पात्र में दान के बाद शीघ्रदर्शनम की कूपन व्यवस्था से होती है. इस व्यवस्था को पूरी तरह से चुस्त करने के लिए बेहतर कार्य किये गये तथा इसे पूरी तरह से डिजिटल कर दिया गया. इसमें अब कूपन जारी होने से लेकर श्रद्धालुओं की इंट्री होने के बाद उपयोग किये गये कूपन की पूरी जानकारी ऑनलाइन कर दी गयी है. इसके लिए एक अलग से प्रभारी की नियुक्ति की गयी है, जो इसकी देखरेख करते हैं. यहीं नहीं कूपन जारी होने से लेकर उपयोग होने तक की जानकारी मंदिर प्रशासक व प्रभारी जब चाहे तब ले सकते हैं. वहीं प्रवेश द्वार भी बार कोड से खुलने की व्यवस्था के साथ-साथ कैमरे की निगरानी हर जगह रखी गयी है. इस कैमरे में गतिविधि से लेकर आवाज तक की रिकॉर्डिंग की सुविधा है.
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