बोकारो, रंजीत कुमार : मोटर-गाड़ी और हवाई जहाज के जमाने में भी कई लोग ऐसे हैं, जो साइकिल से घूमने की इच्छा रखते हैं. इन्हीं में शामिल हैं, डॉ आशुतोष. 13 मार्च 2023 को डॉ आशुतोष कर्नाटक के बेंगलुरु शहर से बैल्लूर निकले. बैल्लूर, महाराष्ट्र, गोवा, उत्तर प्रदेश, बिहार के कई शहरों से होते हुए रविवार को वे झारखंड के बोकारो पहुंचे. 265 दिन में उन्होंने साइकिल से 10,955 किलोमीटर की यात्रा कर ली है. बोकारो के नयामोड़ में डॉ आशुतोष का स्वागत समाजसेवी जीपी सिंह ने किया. यात्रा के उद्देश्य के बारे में डॉ आशुतोष ने जीपी सिंह से काफी बातें भी की. डॉ आशुतोष ने बताया कि “पूरी जर्नी का टाइमलाइन ढाई साल है. मेरा टारगेट 35 हजार किलोमीटर का सफर तय करना है. यात्रा का मकसद लोगों से मिलकर उनके विचारों को समझकर दो किताबें लिखना है.”
बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी हैं डॉ आशुतोष
31 वर्षीय डॉ आशुतोष ने बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी की डिग्री हासिल की है. इनकी दिलचस्पी साइकोलॉजी में भी है और साइकोलॉजी पर पुस्तक लिखने की इच्छा रखते हैं. यही कारण है कि साइकिल के जरिये वे देश भ्रमण पर निलके हैं. वे बताते हैं कि दो किताब लिखूंगा. इसमें पहले में सफर के अनुभव के साथ लोगों की मानसिकता की चर्चा होगी. उसमें यह बताने का प्रयास किया जायेगा कि किस तरह भारत में लोग एक-दूसरे के साथ रहते हैं. बताने की कोशिश होगी कि देश में डायवर्सिटी कितनी अच्छी है.
रोजाना चला रहे 50 किलोमीटर साइकिल
डॉ आशुतोष की हाइट 6 फीट 6 इंच है. वे जब से सफर पर निकले हैं. रोजाना 50 किलोमीटर साइकिल चला रहे हैं. अब तक कुल 160 से ज्यादा शहरों में सफर कर चुके हैं. झारखंड से आगे की जर्नी पश्चिम बंगाल होगी, उसके बाद गुजरात के रास्ते अन्य राज्यों में जाने की प्लानिंग है. देश का भ्रमण वे बेंगलुरु पहुंच कर खत्म करेंगे.
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