धनबाद : धनबाद जिला प्रशासन ने रविवार की रात से सोमवार सुबह तक जिले के विभिन्न स्थानों पर छापामारी कर 54 ट्रक पकड़े हैं. इन पर 1350 मीट्रिक टन अवैध कोयला लदा था. इसकी अनुमानित कीमत करीब डेढ़ करोड़ बतायी जाती है. अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ जिले में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. इससे पहले कभी भी इतनी संख्या में ट्रक और इतनी अधिक मात्रा में कोयला जब्त नहीं हुआ था. इस दौरान छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें पांच चालक और एक खलासी है. हालांकि कई वाहनों के चालक मौके से फरार हो गये. अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ प्रशासन दो दिन से छापेमारी अभियान चला रहा है. शनिवार की रात भी 12 ट्रक अवैध कोयला जब्त किया गया था.
जीटी रोड पर चला अभियान :
डीसी वरुण रंजन के निर्देश पर कोयला, बालू सहित अन्य खनिज संपदा के अवैध खनन, भंडारण तथा परिवहन के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए जिला खनन टास्क फोर्स द्वारा लगातार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सघन छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में बीती रात 11 बजे से लेकर सोमवार की अहले सुबह 4:30 बजे तक जिला खनन टास्क फोर्स ने जीटी रोड पर बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाया.
तोपचांची थाना क्षेत्र से पकड़े गये सभी ट्रक :
अभियान में तोपचांची थाना क्षेत्र से 25-25 टन अवैध कोयला लदा 44 ट्रक व हरिहरपुर थाना क्षेत्र से 25 – 25 टन अवैध कोयला लदा 10 ट्रक पकड़े गये. इन ट्रकों की जांच की गयी, तो इनके पास कोयला से संबंधित कोई भी वैध कागजात या परिवहन चालान नहीं मिला. पूछताछ के क्रम में ट्रक चालकों ने बताया कि उपरोक्त अवैध कोयला महुदा, भाटडीह, तेतुलिया सहित अन्य स्थान से बिहार की ओर ले जाने के लिए ट्रकों पर लोड किया गया था. सभी वाहनों को जब्त कर संबंधित थाना में एफआइआर करने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
पर्ल कोक लदे तीन ट्रक भी पकड़े गये :
अभियान में 54 ट्रकों के अलावा पर्ल कोक लोड तीन ट्रकों को भी पकड़ा गया है. इसके कागजातों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. साथ ही एक ओवरलोड ट्रक को भी पकड़ा गया. उस पर एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गयी. इस संबंध में डीसी ने कहा कि जिले में कोयला, बालू व अन्य खनिज संपदा के अवैध खनन, भंडारण व परिवहन के विरुद्ध ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.
छापेमारी में शामिल अधिकारी :
अनुमंडल पदाधिकारी उदय रजक, डीटीओ राजेश कुमार सिंह, निदेशक डीआरडीए मुमताज अली अहमद, माइंस इंस्पेक्टर विनोद प्रमाणिक, निरसा, बाघमारा एवं गोविंदपुर के अंचल अधिकारी तथा पुलिस बल के जवान शामिल थे.