Crime News: बिहार में चोरी और लूटपाट की वारदात सामने आई है. चोरों ने पटना जंक्शन पर ट्रेन के इंतजार में खड़ी सासाराम के सिविल जज हिमशिखा मिश्रा का मोबाइल चोरी कर लिया है. इस संबंध में बुलंदशहर की रहने वाली हिमशिखा मिश्रा ने पटना जंक्शन के रेल थाना में मामला दर्ज करवाया है. हिमशिखा ट्रेन का इंतजार कर रही थीं. प्लेटफार्म नंबर एक पर फूड प्लाजा के पास से शातिर ने उनकी मोबाइल चोरी कर ली. पुलिस घटना की जानकारी मिलने के बाद फूड प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज देखी है. फुटेज में एक संदिग्ध दिखाई दे रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. साथ ही आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
हावड़ा अमृतसर के एस-3 बोगी में सफर कर रहे प्रतापगढ़ के रहने वाले त्रिभुवन नाथ मिश्रा व उनकी पत्नी के बैग पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया. बैग में 45 हजार कैश और करीब 1.50 लाख के गहने थे. पटना जंक्शन रेल थाना में केस दर्ज किया गया है. वहीं, सुमित कुमार ने पटना से सहरसा जाने के लिए पटना जंक्शन से ट्रेन पकड़ी. इस दौरान किसी शातिर ने उनके पैकेट से मोबाइल चुरा लिया. पीड़ित ने जीआरपी में मामला दर्ज कराया है.
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पटना में कैब चालक को बंधक बनाकर अपराधियों ने लूटपाट की. अपराधियों ने चालक के साथ मारपीट कर उसे कार से नीचे फेंक दिया और फोन व कैश के साथ कार लेकर फरार हो गये. घटना 22 दिसंबर की है. घटना के बाद पीड़ित स्थानीय लोगों की मदद से बड़हिया थाना पहुंचा, जहां से उसे फतुहा भेज दिया गया. फतुहा पहुंचने पर उसे पुलिस ने बड़हिया भेज दिया. बड़हिया थाने की पुलिस जीरो एफआइआर दर्ज कर पीड़ित को कोतवाली थाना भेज दिया. इस बीच दो दिनों का वक्त लग गया. अब कोतवाली पुलिस वैशाली के रहने वाले कैब चालक विद्याकर कुमार के बयान पर तीन अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया और छानबीन शुरू की. बदमाशों ने डाकबंगला चौराहे से कैब बुक की और फतुहा गये. वहां लौटने के दौरान कैब चालक को बंधक बना लिया और उसे लेकर बड़हिया चले गये. रास्ते में बदमाशों ने चालक से मारपीट की. उसका मोबाइल फोन, कुछ कैश और कार लूट ली. इसके बाद बड़हिया में हाथ-पैर बांधकर कार से फेंक दिया और कार लेकर फरार हो गये. पुलिस डाकबंगला चौराहे का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. साथ ही जिस मोबाइल फोन नंबर से कैब बुक की गयी थी, उसकी जांच भी कर रही है. फिलहाल वह नंबर बंद आ रहा है.
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पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के एक बड़े अस्पताल में नाइट ड्यूटी में तैनात डॉ तनवीर कमर की कैश चोरी का मामला सामने आया है. उन्होंने बताया कि वे नाइट ड्यूटी में थे. उन्होंने अपना बैग डॉक्टर ड्यूटी रूम में रख दिया. दूसरे दिन जब उनकी ड्यूटी खत्म हुई, तो बैग लेकर वे चले गये. घर पहुंच कर जब बैग देखा तो पांच हजार कैश की चोरी हो गयी थी. डाॅ तनवीर ने पुलिस को बताया कि उनके बैग के पास ही एक जूनियर डॉक्टर का बैग रखा हुआ था, जिससे शातिर ने घड़ी और अन्य सामान की चोरी कर ली. इस संबंध में डॉक्टर ने केस दर्ज कर लिया है.
मुजफ्फरपुर में अंतर जिला साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश होने के साथ ही पकड़े गये आरोपितों ने पुलिस को कई राज बताये हैं. पूछताछ के क्रम में चतुर्भुज स्थान इलाके से पकड़े गये तीन आरोपित गया के खिजरसराय, नीमचक बथानी निवासी फैजान अली, अरवल के मेहंदिया के आकाश और राजकुमार ने पुलिस को बताया कि इस गिरोह का मुख्य सरगना नालंदा के कपसियावान हिलसा का रहने वाला नीरज कुमार और पटना का सुनील कुमार है. फैजान अली और आकाश एमआइटी के छात्र हैं. बताया कि नीरज कुमार और सुनील कुमार भाड़े का और फर्जी पासबुक, एटीएम कार्ड, खाता में लिंक मोबाइल नंबर और फोन उपलब्ध कराता था. तीनों पहले एटीएम से पैसे की निकासी करते थे. लिमिट पूरा हो जाने पर सीएसपी केंद्रों पर जाकर घर में किसी सदस्य के बीमार होकर अस्पताल में एडमिट होने का बहाना बनाते थे. इसके बाद सीएसपी संचालक के स्कैनर पर पैसे भेजकर उनसे कैश ले लेते थे. पैसे यहां से बस के माध्यम से बताये गये पते पर भेज देते थे. जब बार-बार शिकायत के बाद खाता बंद हो जाता था, तो फिर ये नया खाता उपलब्ध कराते थे.
सरैयागंज टावर निवासी सीएसपी संचालक निलेश कुमार ने साइबर पुलिस को आवेदन दिया है. उन्होंने बताया कि सरैयागंज टावर पर ही उनकी मंगलमय नामक सीएसपी सेंटर है. 16 सितंबर को उन्हें पता चला कि साइबर थाना औरंगाबाद महाराष्ट्र से फ्रॉड की शिकायत दर्ज होने पर उनका एचडीएफसी का खाता बंद हो गया है. बैंक से बताया गया कि 14 सितंबर को उन्होंने 30 हजार रुपये की निकासी की थी. इस कारण उनके खाते पर नो डेबिट लगा दिया गया है. उन्होंने सीएसपी संचालकों के एक वाट्सएप ग्रुप में इसकी जानकारी साझा की, तो कई अन्य संचालकों ने बताया कि उनके साथ भी ऐसी घटना हो चुकी है. सभी ने बताया कि दो लड़के काले रंग के बाइक पर सवार होकर आते हैं. वे घर में किसी सदस्य के बीमार होने और तुरंत पैसे की जरूरत होने की बात कह उन्हें स्कैन कर पैसे भेज कर उनसे कैश ले लेते हैं. यह पैसा साइबर फ्रॉड कर निकासी की गयी होती है. इस कारण शिकायत होते ही उनके खाता पर नो- डेबिट लग जाता है. उन्होंने ग्रुप में उन लड़कों की फोटो शेयर की तो सभी ने उसकी पुष्टि कर दी.
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साइबर फ्रॉड गिराहे के ये सदस्य लक्ष्मी चौक स्थित सीएसपी सौरव आई कैफे से भी पैसे की निकासी कर चुके हैं. बैरिया स्थित सीएसपी दीपक इंटरनेट कैफे से 50 हजार रुपये का फ्रॉड आठ सितंबर को किया था. इस ट्रांजेक्शन के बाद उनका खाता होल्ड है. सकरी सरैया के अरफा इंटरनेट सीएसपी से 18,500 रुपये की निकासी की थी. इसके बाद इनका खाता होल्ड हो गया. सभी राशि राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के खातों से करीब 30 लाख रुपये की राशि फ्रॉड कर निकासी की गयी है.