अयोध्या के राम मंदिर की चर्चा इन दिनों पूरे देश में हो रही है. 22 जनवरी को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होने वाला है. मंदिर के उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को मंदिर शहर अयोध्या में एक हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद एक रोड शो करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे. इस बीच वरिष्ठ नेता बृंदा करात का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेगी. करात ने कहा कि उनकी पार्टी धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करती है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की नेता वृंदा करात ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सुझाव दिया कि धर्म की राजनीतिकरण करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल नहीं होगी. हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ने का काम कर रहे हैं. एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण के सिवा यह और कुछ नहीं है, जो ठीक नहीं है.
#WATCH | Delhi: CPI(M) leader Brinda Karat says, "Our party will not attend the 'Pran Pratishtha' ceremony of Ram Temple in Ayodhya…We respect the religious beliefs but they are connecting a religious programme with politics…This is the politicization of a religious… pic.twitter.com/K7EoNZnhxL
— ANI (@ANI) December 26, 2023
कपिल सिब्बल ने किया बीजेपी पर कटाक्ष
इस बीच, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी राम मंदिर उद्घाटन से जुड़े पूरे मुद्दे को दिखावा करार दिया है. मामले को लेकर उन्होंने बीजेपी की आलोचना की और कहा कि भगवा पार्टी भगवान राम के बारे में जो बताती है, उसका बिल्कुल विपरीत काम करती है. सिब्बल ने कहा कि मेरे हृदय में राम हैं. मुझे दिखावा करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि राम मेरे दिल में हैं और राम ने मेरी पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया है, तो इसका मतलब है कि मैंने कुछ सही किया है.
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एक खास कार्यक्रम किया गया शुरू
अयोध्या में राम मंदिर का कार्यक्रम 22 जनवरी को है. इससे पहले एक अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान में बच्चों ने भगवान राम और देवी सीता के रूप में कपड़े पहनकर अयोध्या के हर दरवाजे पर दस्तक दी और उन्हें राम मंदिर में प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित किया. आपको बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी की दो दिवसीय पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया गया है.