बीते तीन दिसंबर को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हुई हत्या के मामले की जांच एसआइटी ने बुधवार से शुरू कर दी. धनबाद पहुंचते ही टीम ने पुलिस से केस के अनुसंधान में आये तथ्यों से संबंधित रिपोर्ट हासिल की. टीम के साथ एक फोटोग्राफी टीम भी आयी है, जो घटनास्थल से जुड़े फोटो एकत्र कर रही है, ताकि साक्ष्य के रूप में इसका भी इस्तेमाल किया जा सके. एसआइटी मुख्य रूप से दो बिंदुओं पर जांच शुरू की है. पहला बिंदु यह कि इस हत्याकांड के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं. दूसरा यह कि इस हत्याकांड में किसी सरकारी कर्मी या पदाधिकारी की भूमिका तो नहीं. छानबीन के दौरान एसआइटी तकनीकी अनुसंधान से लेकर गवाहों का बयान भी लेगी. बताते चलें कि हाइकोर्ट ने सरकार को एसआइटी गठित कर अमन सिंह हत्याकांड की जांच का आदेश दिया है. मंगलवार को गृह विभाग के आदेश पर सीआइडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने एसआइटी का गठन किया था. टीम अभी डीएसपी दीपक के नेतृत्व में धनबाद आयी है. अधिकारी आरंभिक जांच में सामने आये तथ्यों के आधार पर केस की समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे.
छानबीन करने जेल के अंदर गयी टीम
एसआइटी में शामिल अधिकारी दोपहर में केस के आइओ विनय कुमार के साथ जेल के अंदर गये. वहां सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया और फुटेज को खंगाला. इस दौरान अमन सिंह कहां लेटा हुआ था, कैसे रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो ने मौके पर पहुंच कर गोली मारी, इसकी पूरी जानकारी ली. सूत्रों ने बताया कि इस दौरान टीम ने रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो से पूछताछ की.
अमन सिंह हत्याकांड का केस अब सीआइडी के पास
अमन हत्याकांड का मामला धनबाद थाना में दर्ज किया गया था. लेकिन कांड के अनुसंधानकर्ता सरायढेला थाना प्रभारी विनय कुमार बनाये गये. अब सीआइडी इस केस को अपने हाथ में ले रही है. केस के आइओ ने प्रक्रिया शुरू कर दी है. उम्मीद है कि गुरुवार को केस सीआइडी को सौंप दिया जायेगा.
इन बिंदुओं पर फोकस कर रही एसआइटी
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हत्याकांड के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं
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किसी सरकारी कर्मी या पदाधिकारी की भूमिका तो नहीं
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