मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार (27 दिसंबर) को लातेहार में कहा कि भूमि को लेकर त्रुटियां पूरे राज्य में हैं. इसका समाधान आनेवाले दिनों में किया जायेगा. आपकी सरकार ने वर्षों से संघर्ष कर रहे नेतरहाट के लोगों की भूमि वापस करायी है. नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज की अधिसूचना रद्द की गयी. राज्य में कई किसानों की भूमि वापस हुई है. भूमि की त्रुटियों को सुधारना जरूरी है. विश्वास रखें आनेवाले समय में इसका समाधान होगा. मुख्यमंत्री बुधवार को लातेहार प्रखंड के कुंदरी गांव में आयोजित ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. सीएम हेमंत सोरेनने कहा कि झारखंड में आदिवासी-मूलवासी की सरकार है, जो दिल्ली से नहीं, बल्कि गांव से चलेगी. चुनाव के समय कुंदरी गांव में मैंने कहा था कि हमारी सरकार बनी, तो दिल्ली से नहीं, बल्कि गांव से चलेगी. इसी उद्देश्य से राज्य में ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन गांव-गांव में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गांव-गांव टोला-टोला में जिला से लेकर प्रखंड के पदाधिकारी आपकी समस्याओं को सुन रहे हैं और उसका निबटारा कर रहे हैं.
अन्य राज्य कर रहे झारखंड का अनुकरण : हेमंत सोरेन
झारखंड सरकार की इस मुहिम से प्रभावित हो कर देश के कई अन्य राज्य भी अपने यहां शिविर का आयोजन कर रहे है. सीएम ने कहा कि लातेहार में कार्य कर रही खनन कंपनियां यहां के स्थानीय युवाओं को भारी वाहन और खनन कार्य में उपयोग की जानेवाली मशीनों के संचालन करने का प्रशिक्षण देंगी. इसके लिए जिला प्रशासन को खनन कंपनियों द्वारा प्रशिक्षण केंद्र शुरू कराने का निर्देश दिया गया है. झारखंड सरकार ने राज्य में कार्य करनेवाले उद्योगों में स्थानीय लोगों के नियोजन के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण संबंधी कानून भी बनाया है.
20 वर्षों में झारखंड पर गरीबी का कलंक लगा
सीएम ने कहा कि झारखंड राज्य जिस समय अलग हुआ था, उस समय गरीब नहीं था. लेकिन, इन 20 वर्षों में झारखंड पर गरीबी का कलंक लग गया है. जबकि, राज्य में खनिज संपदाओं की भरमार है. पूर्व की डबल इंजन की सरकार ने राज्य को लूटने का काम किया है. पूर्व की सरकार गांव तक नहीं पहुंची, जिसके कारण विकास नहीं हो पाया है. राज्य में 500 करोड़ रुपये की लागत से 550 किलो मीटर ग्रामीण सड़क बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है.
देश में जाति और समाज को बांटने की हो रही साजिश
सीएम ने कहा कि देश में जाति और समाज को बांटने की साजिश की जा रही है. इससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. 20 साल तक राज्य के विकास के साथ खिलवाड़ किया गया है, लेकिन हमें आनेवाले पीढ़ी को शिक्षित करना है, ताकि वे अपना अधिकार ले सकें. कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बादल पत्रलेख, विधायक रामचंद्र सिंह, बैजनाथ राम, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे.
बेहतर शिक्षा के लिए सरकार कर रही प्रयास
हेमंत सोरेन ने कहा उनकी सरकार प्रदेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास कर रही है. बच्चियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा जा रहा है. बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेस की पढ़ाई करने के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ दिया जाएगा. इसके तहत उन्हें 15 लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण मिलेगा. उन्हें कोई गारंटी भी नहीं देनी होगी. सरकार इसके लिए गारंटर बनेगी. झारखंड के 50 बच्चे विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें शत- प्रतिशत स्कॉलरशिप सरकार दे रही है.
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हर वर्ग के लोगों को मिल रहा योजना का लाभ
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आयोजित शिविर के माध्यम से लोगों की समस्याएं और तकलीफ सीधे मुझ तक आती है. सरकार ने हर वो योजना बनाई, जिससे राज्य मजबूत हो सके और यहां के गांव में निवास करने वाले लोग सशक्त हो सकें. हमारी सरकार हर वर्ग के लोगों को योजना का लाभ दे रही है, किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं. एक लंबी लकीर खींचने का प्रयास किया जा रहा है.