Guru Margi 2023: 31 दिसंबर ये साल के अंतिम महीना में देवगुरु मेष राशि में मार्गी हो रहे है . गुरु को मार्गी तथा वक्री होना आम जीवन को प्रभवित करता है देवगुरु देवताओ का गुरु हैयह यह सत्य प्रतिक है.देवगुरु अगर कुंडली में अनुकूल स्थिति में हो जातक समाज तथा परिवार में तथा राज्य में मान सम्मान खूब मिलता है ,इनका स्वभाव मौन तथा शांत स्वभाव के है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु तथा मीन राशि के स्वामी है .सौरमंडल में बृहस्पति का आकार बहुत बड़ा है .इनके प्रभाव से जातक बहुत बड़ा कार्य को पूरा करता है .जब यह उदय होते है 128 दिन तक अपने मार्ग पर चलते है उदित होने के बाद यह 128 दिन तक सीधे अपने पथ पर चलते रहते है .मार्गी होने पर 128 दिन तक परिक्रमा करते है .
ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शनि को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है देव गुरु जहां देवताओ का गुरु माना जाता है वही शनिदेव कुम्भ राशि में बैठे है शनि को न्याय के देवता कहा जाता है.यह न्यायप्रिय देवता है बहुत ही धीमी गति से चलने वाले ग्रह है ,यह एक राशि में करीब ढाई वर्ष तक रहते है यह जातक पर किये किये गए कर्म पर शुभ तथा अशुभ फल की प्राप्ति करते है .जिन जातक के कुंडली में शनि शुभ स्थान में हो उनको सभी तरह के सुख -सुविधा प्रदान करते है अगर शनि अनुकूल स्थिति में नहीं हो तब कई तरह से कष्ट देते है .गुरु मेष राशि में बैठे है वही शनि कुम्भ राशि के स्वामीहोकर यानि स्वगृही होकर कुम्भ राशि में बैठे है सभी ग्रह के पास एक दृष्टी है लेकिन शनि तथा देवगुरु बृहस्पति मंगल के पास अलग अलग दृष्टि बना हुआ है.
सभी ग्रहों से ज्यादा मजबूत शनि की दृष्टी होता है इनके पास तीसरी सातवीं के अलावा दसवी दृष्टि बनी हुई है ,वैसे ही गुरु का पांचवी,सातवीं तथा नवी दृष्टि होता है गुरु का दृष्टि जिस भाव पर पड़ता है वह भाव बहुत ही शुभ होता है गुरु मेष राशि में नवम तथा बारहवे भाव के स्वामी होकर प्रथम भाव में बैठे है यहां से पंचम दिर्ष्टि सिह राशि तथा तुला राशि तथा धनु राशि को देख रहे हैं. वही शनि कुम्भ राशि में बैठकर तीसरी दृष्टी से मेष राशि को देख रहे है सप्तम दिर्ष्टि से सिह राशि को देख रहे है दसम दृष्टि से वृश्चिक राशि को देख रहे है .
आइये जानते है गुरु और शनि मिलकर चन्द्र कुंडली के किन -किन राशि को देंगे लाभ
मेष
मेष राशि में शनि का तीसरी द्रष्टि पड़ रहा रहा है साथ ही इस राशि के केंद्र में गुरु बैठे है यानि गुरु पर शनि की दृष्टि बन रहा है जो बहुत ही अनुकूल रहेगा धन -सम्पति में बढ़ोतरी होगा ,व्यापार के के लिए उतम रहने वाला है व्योपार में खूब लाभ होगा जो लोग भूमि भवन का व्यापार कर किए है .या टूरिस्ट का काम कर रहे है उनको कारोबार में मुनाफा होगा जितना निवेश करे उतना लाभ होगा .वयोपार में कर्ज बना हुआ था वह समाप्त होगा. गुरु के पंचम दिर्ष्टि तथा शनि के सप्तम दृष्टि के कारण आप को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी. आपका आताम्विश्वास बढ़ा रहेगा.जो लोग विदेश में पढाई करना चाहते है वह सफल रहेंगे .करियर में भाग्य का साथ मिलेगा .आपके मेहनत के कारण आपको समाज में मान -सम्मान मिलेगा.
सिंह
सिंह राशि में शनि सप्तम भाव में है गुरु नवम भाव में बैठे है शनि का दृष्टि गुरु पर बन रहा है आपके व्यापार का विस्तार होगा .इस माह आपके व्योपार में बढ़िया लाभ होगा ,इस माह अगर नए व्योपार साझे में कर रहे है आपको लाभ देने वाला रहेगा.आपके व्योपार खूब चलेगा विक्री खूब होगा तथा कई तरह से नया समझौता होगा जो लोग नौकरी कर रहे है उनको पैसा कमाने कमाने के लिए कई तरह से अवसर मिलेगा,आपके प्रेमी का भरपूर साथ मिलेगा .जो लोग पहले से प्रेम सम्बन्ध में है उनके प्रेम और वृद्धि होगी साथ ही उनका प्रेम दाम्पत्य जीवन में बदल जायेगा .जिन लोगों के विवाह में बिलम्ब हो रहा है .वह परिणय सूत्र में बंध जाएंगे
मकर
मकर राशि में शनि दुसरे भाव में बैठे है तथा गुरु चौथे भाव में विराजमान है शनि का तीसरा दृष्टि गुरु पर पड़ने के कारण ,पारिवारिक जीवन बहुत बढ़िया रहेगा.पारिवारिक जीवन कई तरह के खुशिया मिलेगा .परिवार के सद्श्यो के साथ रिश्ता मजबूत बनेगा आपका ध्यान पढाई में रहेगा ,आपका पढाई ठीक होने के कारण आपके माता पिता प्रसन्न रहेगे जो लोग कालेज में पढाई कर रहे हैं,आपके सहपाठी पढाई में सहयोग करेंगे .उच्य शिक्षा की पढाई कर रहे है जैसे इंजीनियरिग , डॉक्टर , सॉफ्टवेयर आपके भाग्य में उन्नति होगा साथ ही आपका प्रदर्शन ठीक रहेगा नौकरी को लेकर आप चिंतित होने की जरुरत नहीं है ,जो लोग नए नौकरी के तलाश में है आपको अच्छी ऑफर मिलेगा,जो ,लोग नौकरी के लिए विदेश जाना चाहते है वह सफल रहेगे जो लोग पहले से नौकरी कर रहे है वह नौकरी से प्रसन्न रहेंगे.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847