गिरिडीह : पथ निर्माण विभाग देवघर द्वारा मरगोमुंडा से पंदनिया मोड़ तक बगैर मापी, अधिग्रहण एवं मुआवजे के छह किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में गिरिडीह के गांडेय प्रखंड अंतर्गत जमजोरी पंचायत के तीन गांव क्रमश: पंदनिया, भातुपुर एवं नावाडीह के ग्रामीणों ने विभाग से जमीन अधिग्रहण के एवज में मुआवजे की मांग शुरू कर दी है.
क्या है मामला : जानकारी के अनुसार देवघर जिले के मरगो मुंडा से गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड के पंदनिया मोड़ तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य हो रहा है. पूर्व में बने आठ फुट के स्थान पर 10.5 मीटर सड़क का निर्माण शुरू हुआ है. इसमें कई रैयतों की जमीन भी अधिग्रहित हो रही है. झामुमो नेता उदय महादेव मरांडी, रियाज अहमद समेत मीरुलाल सोरेन, जुलाई सोरेन, प्रकाश सोरेन, निर्मल सोरेन, अर्जुन सोरेन, तारा पद हेंब्रम, प्रदीप सोरेन, चरण मरांडी, बबलू सोरेन, नरसिंह हेंब्रम, रंजीत मरांडी, विमल मरांडी, दर्शन सोरेन, मनोज सोरेन, विनोद मरांडी, सत्यप्रकाश सोरेन आदि ने बताया कि मरगो मुंडा से पंदनिया मोड़ तक सड़क निर्माण में गांडेय के तीन गांव के रैयतों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. अभी तक विभागीय स्तर पर न तो मापी हुई है और न ही मुआवजा मिला है. ग्रामीणों ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर कोई ठोस पहल नहीं हुई तो ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य को रोकने के लिए बाध्य होंगे.
पीडब्ल्यूडी के जेई संजीव कुमार व संवेदक के प्रतिनिधि प्रवीण कुमार ने कहा कि सड़क निर्माण को लेकर रैयतों की जमीन मापी, अधिग्रहण व मुआवजे के मामले में आगामी तीन जनवरी को बैठक रखी गयी है. कहा कि जमीन अधिग्रहण व मुआवजे को लेकर भू-अर्जन विभाग गिरिडीह से पत्राचार किया गया है. मापी के बाद रैयतदारों को मुआवजा दिया जायेगा.
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