बिहार के गया एयरपोर्ट पर एटीसी को सूचना मिली कि एक विमान को हाइजैक कर लिया गया. बताया गया कि इस फ्लाइट में तीन आतंकी मौजूद हैं जिन्होंने विमान को अपने कब्जे में ले लिया है. उनकी डिमांड अगर पूरी नहीं की गयी तो वो बड़ी अनहोनी को अंजाम दे सकते हैं. बताया गया कि विमान के अंदर मौजूद आंतकियों की मांग है कि उन्हें दो लाख डॉलर मिले और जेल में बंद उनके तीन साथियों को फौरन रिहा किया जाएगा. इतना ही नहीं, उन आतंकियों की यह भी मांग है कि इन सब शर्तों को पूरा करने के बाद उन्हें स्पेशल क्राफ्ट से सुरक्षित जगह पहुंचाया जाये. अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो वो फ्लाइट में मौजूद यात्रियों को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. ये जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट डायरेक्टर फौरन सक्रिय हुए और सूचना को प्रसारित कर दिया.
गया एयरपोर्ट पर शुक्रवार की रात को जब विमान हाइजैक होने की बात सामने आयी तो फौरन बैठक शुरू कर दी गयी. सुरक्षाकर्मियों को फौरन अलर्ट किया गया. अचानक हथियारों से लैश सुरक्षाकर्मी रनवे पर दौड़ने लगे. तीन आतंकियों के द्वारा विमान को हाइजैक करने की सूचना मिली थी. अब तमाम प्रयास शुरू किया जाने लगा कि विमान के अंदर बैठे यात्री सकुशल रिहा हो जाएं. उन्हें किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचे.एयरपोर्ट पर जल्दबाजी में बैठक की गयी व एनएसजी के अधिकारी भी ऑनलाइन जुड़े रहे. इसके बाद विमान अपहर्ताओं से डील शुरू हो गयी. बातचीत के क्रम में पहले महिलाओं व बच्चों को विमान से बाहर निकलने के लिए आतंकी राजी हो गए.
सुरक्षाबलों ने अपनी चुस्ती दिखाई. अधिकारियों ने अपने फैसले से सबकुछ नियंत्रण में लिया. सूझबूझ का नतीजा यह हुआ कि आतंकी को राजी करने में वो कामयाब हुए. सुरक्षाबलों ने विमान को अपने कब्जे में ले लिया और तीनों अपहर्ताओं को पकड़ लिया. इस दौरान किसी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा. यह शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे से साढ़े सात बजे तक कार्रवाई पूरी की गयी.
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अब अगर आप यह सोच रहे हैं कि हकीकत में गया एयरपोर्ट पर आतंकियों ने विमान को हाईजैक कर लिया तो आप बिल्कुल गलत हैं. दरअसल यह मॉकड्रिल था जिसमें तैयारियों की जांच की जा रही थी. इस बारे में गया एयरपोर्ट के डायरेक्टर बंगजीत साहा ने बताया कि ऐसे अभ्यास का उद्देश्य वास्तविक स्थिति उत्पन्न होने पर कैसे उक्त स्थिति से सुगमतापूर्वक निबटा जा सके, इसका अंदाजा लगाना होता है. उन्होंने बताया कि अभ्यास के दौरान मौजूद सदस्यों ने कुछ कमियों को बताया जिसे ठीक करने व भविष्य में ऐसी वास्तविक स्थिति उत्पन्न होने पर सुगमतापूर्वक वैसी स्थित से बेहतर तरीके से निबटा जा सके.
गया एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने बताया कि सूचना मिलने के बाद सभी संबंधित ने अपने दायित्वों का निर्वहन किया व त्वरित रूप से अनी उपस्थिति दर्ज करायी. अभ्यास बैठक में जिला प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता अवधेश कुमार आनंद, एयरपोर्ट डायरेक्टर, सीआइएसएफ के कासो बीके सिंह, एनएसजी से मेजर हरेंद्र, गया सिविल सर्जन व मेडिकल टीम के साथ मगध विवि के प्रोफेसरों की टीम व मगध मेडिकल थाने की पुलिस सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी व टीम शामिल थे.