दिल्ली से उड़ान भरने वाली पहली उड़ान अयोध्या के नवनिर्मित महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी. आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट का उद्घाटन किया.
अयोध्या की धरती पर पहुंचने के बाद क्या बोले विमान यात्री
दिल्ली से अयोध्या पहुंचने के बाद यात्रियों में से एक बस्कर शुक्ला ने कहा, यह स्थान पवित्र है. यह भगवान राम का स्थान है, इसके समान पवित्र कोई अन्य स्थान नहीं है. जिन्होंने यहां जन्म लिया है वे बहुत भाग्यशाली हैं. मैं अपनी खुशी व्यक्त नहीं कर सकता.
#WATCH | Ayodhya, UP: The first flight that took off from Delhi for the newly constructed Maharishi Valmiki International Airport, landed at Ayodhya Airport; passengers deboard the plane. pic.twitter.com/Va1vZR3N6x
— ANI (@ANI) December 30, 2023
अयोध्या जाने वाले विमान में यात्रियों ने ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ किया
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी आखिरी चरण में है. देशभर से लोग कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या में भव्य एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया. इस बीच एक अनोखी खबर सामने आ रही है, अयोध्या जाने वाले विमान में यात्रियों ने ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ किया.
हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया. हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम रखा गया है. महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी. उनके बहुत सारे अनुयायी हैं जिनमें विशेष रूप से दलित समुदाय के हैं. अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है.
महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की खासियत
हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्ग मीटर है, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए तैयार रहेगा. टर्मिनल भवन का अग्रभाग अयोध्या के आगामी श्री राम मंदिर की मंदिर वास्तुकला को दर्शाता है. टर्मिनल भवन के अंदरुनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाते हुए स्थानीय कला, चित्रों और भित्ति चित्रों से सजाया गया है. अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न सुविधाओं से लैस है जिनमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल हैं. हवाई अड्डे से क्षेत्र में संपर्क में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा.