आप के मुहल्ले में भी सीटी की आवाज सुनायी दे तो समझ लीजियेगा की सरकारी स्कूल का समय हो गया है और बच्चे को स्कूल भेजना है. हर विद्यालय के पोषक क्षेत्र से आने वाले एक बच्चे को सीटी उपलब्ध करानी है. वह बच्चा अपने घर से निकलने के बाद मुहल्ले में सीटी बजाते हुए स्कूल आयेगा, ताकि बच्चों की टोली उसके साथ स्कूल आ सके.स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाने और ड्राप आउट कम करने लिए यह पहल जिला शिक्षा विभाग की ओर से शुरू की जा रही है. मुख्यालय से मिले निर्देश के आलोक में जिले के सभी विद्यालयों में ‘सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ’ अभियान की शुरुआत की जानी है. शीतलहर को देखते हुए 31 दिसंबर तक स्कूलों को बंद किया गया है. दो जनवरी से विद्यालयों का संचालन होना है. इस अभियान की तैयारी का निर्देश शिक्षकों को दिया गया है.
क्या है कार्यक्रम
सचिव के रवि कुमार के जारी निर्देशानुसार अभियान का उद्देश्य स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाना, ड्रॉप आउट के मामलों को कम करना, छात्रों में जिम्मेदारी की भावना पैदा करना, माता-पिता को जागरूक और जिम्मेदार बनाना है. इस कार्यक्रम को प्रयास, रुआर, एसएमसी, पीटीएम से जोड़ा जायेगा. इस कार्यक्रम में जिला स्तर पर एडीपीओ, ब्लॉक स्तर पर बीपीओ व क्लस्टर स्तर पर सीआरपी को नोडल बनाया गया है.
क्या है कार्यप्रणाली
स्कूल में विद्यार्थियों का एक छोटा समूह बनाना है, जिससे एक छात्र को मॉनिटर चुन कर उसे सीटी देना है. मॉनिटर द्वारा स्कूल समय से कम से कम एक घंटा पहले अपने निर्धारित क्षेत्र में सीटी बजानी है. मॉनिटर और सभी छात्रों को सीटी बजाते हुए अपने निर्धारित क्षेत्र को कवर करते हुए एक साथ स्कूल आना है. प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक मार्गदर्शक शिक्षक को टैग करना है. सुबह की सभा और अभिभावक शिक्षक बैठक (पीटीएम) में मॉनिटरों, नियमित छात्रों और उनके अभिभावकों को सम्मानित करना है.
सचिव करेंगे दौरा
शिक्षा विभाग के सचिव के रवि कुमार जनवरी 2024 माह के पहले और दूसरे सप्ताह में विभिन्न जिलों के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान धनबाद जिला में भी वह आ सकते हैं. जिले के सभी स्कूलों में इस अभ्यास की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे.
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