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Republic Day 2024: ‘झांकियों का चयन कमिटी ने किया हमने नहीं’, AAP के आरोपों पर केंद्र का जवाब

26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया जाने वाला है. करीब 15 से 16 राज्यों की झांकी मुख्य परेड के दिन निकाला जाना है. लेकिन, झांकी को लेकर फिर एक बाद विवाद छिड़ गया है. दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल राज्य की झांकी को परेड में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है.

Republic Day 2024 : 26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया जाने वाला है. इस बार भी कई राज्यों की झांकी निकाली जाएगी. करीब 15 से 16 राज्यों की झांकी मुख्य परेड के दिन निकाला जाना है. लेकिन, झांकी को लेकर फिर एक बाद विवाद छिड़ गया है. दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल राज्य की झांकी को परेड में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है. इस फैसले के बाद दिल्ली और पंजाब सरकार ने केंद्र पर हमला करना शुरू कर दिया है. वहीं केंद्र सरकार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. आइए जानते है क्या है पूरा मामला…

‘केंद्र द्वारा कोई पक्षपात नहीं’

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने रविवार को दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल से गणतंत्र दिवस 2024 की झांकी को खारिज करने के बाद भेदभाव के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वे इस साल की जश्न परेड के किसी बड़े और आकर्षक टॉपिक के साथ नहीं उतरे है. साथ ही रक्षा मंत्रालय ने यह स्पष्ट करते हुए कि गणतंत्र दिवस 2024 की परेड में झांकियों को शामिल क्यों नहीं किया गया, कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रस्तावों की समीक्षा विभिन्न उद्योगों के कलाकारों की एक “विशेषज्ञ समिति” द्वारा की गई थी और केंद्र द्वारा कोई पक्षपात नहीं किया गया था.

आखिर क्यों नहीं किया गया शामिल ?

विशेषज्ञ समिति की पहले तीन दौर की बैठकों में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया, लेकिन विषय के अनुरूप नहीं होने के कारण आखिरकार इसे खारिज कर दिया गया. वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई ने मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि पश्चिम बंगाल के स्रोतों को भी इन्हीं कारणों से खारिज कर दिया गया है. आपको बता दें कि केंद्र द्वारा गठित झांकियों की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति में कला, संस्कृति, चित्रकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी, मूर्तिकला और अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं.

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खारिज होने के बाद भी मिकेगा मौका

सूत्रों ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड 2024 के लिए पंजाब और पश्चिम बंगाल राज्य सहित 30 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों ने परेड में भाग लेने की इच्छा जताई थी. उनमें से हर साल की तरह केवल 15-16 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड 2024 में अपनी झांकी प्रस्तुत करने के लिए अंतिम रूप से चुना जाएगा. सूत्रों ने कहा कि जिन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए नहीं चुना गया है, उन्हें समावेशी समारोह के हिस्से के रूप में 23-31 जनवरी 2024 तक लाल किले, नई दिल्ली में भारत पर्व में अपनी झांकी प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है.

पंजाब के सीएम भगवंत मान का आरोप

इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गणतंत्र दिवस परेड में राज्य की झांकी को शामिल नहीं किए जाने को लेकर पिछले सप्ताह भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्र ने आम आदमी पार्टी शासित राज्यों के साथ भेदभाव किया है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल की तरह गणतंत्र दिवस के लिए पंजाब की झांकी इस साल भी परेड में शामिल नहीं की जाएगी, जो पंजाब के लोगों के लिए केंद्र के दिल में “जहर” को दर्शाता है. भगवंत मान और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र दिल्ली और पंजाब दोनों को परेशान करता रहता है क्योंकि सरकारें आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में हैं.

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