नये साल के स्वागत में लोगों ने जमकर मटन, चिकेन और मछली का स्वाद लिया. सोमवार होने कारण मटन, चिकेन और मछली की बिक्री जमकर हुई. मटन और चिकेन खरीदने के लिए सुबह सात बजे से ही लोग दुकानों पर पहुंचने लगे थे. कुछ लोगों ने भीड़ से बचने के लिए एडवांस बुकिंग करा रखी थी. कारोबारियों की मानें, तो इस बार नये साल के मौके पर लगभग एक करोड़ रुपये का चिकेन, मटन और मछली का कारोबार हुआ.
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पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश से खस्सी, चिकेन और मछली मंगाकर स्टॉक कर लिया था. मटन की मांग देखते हुए मटन कारोबारी ने मटन के दाम 600 से बढ़ाकर 900 रुपये प्रति किलो तक कर दिये थे. इसके बावजूद मटन के लिए होड़ मटन लेने के लिए दुकानों पर होड़ मची रही. चिकेन की मांग सबसे अधिक रही.हालांकि, मछली कारोबारी धनंजय सिंह ने बताया कि ठंड की वजह से मछली की मांग उम्मीद से कुछ कम रही.
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नववर्ष को लेकर मटन, चिकेन व मछली की दुकानों पर रौनक बढ़ी रही. व्यवसायियों के अनुसार नववर्ष पर रौनक तीन दिनों तक रहती है. व्यवसायियों का अनुमान है कि इन तीन दिनों में 50 लाख रुपये से अधिक का चिकेन व अंडा और 50 लाख रुपये से अधिक का मटन व मछली की बिक्री होगी.
चिकेन के थोक व्यवसायियों ने बताया कि भागलपुर में 300 क्विंटल से अधिक चिकेन की बिक्री का अनुमान है. फिलहाल 150 रुपये किलो खड़ा व 210 रुपये तक ड्रेसिंग चिकेन बिक रहे हैं. ठंड से पहले चिकेन 130-140 रुपये किलो था. एक थोक चिकन कारोबारी ने बताया उनका एक दिन में 40 क्विंटल से अधिक चिकेन की बिक्री होगी.
इधर, मटन विक्रेताओं को उम्मीद है कि नववर्ष पर मटन की बिक्री तिगुनी होगी. कोसी मीट हाउस के संचालक रंजन कुमार ने बताया कि अभी सामान्य ग्राहकों से 800 रुपये तक मटन की कीमत ली जा रही है, जबकि होटल-रेस्टोरेंट में 700 रुपये किलो में उपलब्ध है. यही मटन पहले 650 से 750 रुपये किलो तक बिक रहे थे. एक-एक दुकान में नववर्ष के दौरान तीन दिनों में 90 से अधिक खस्सी की बिक्री हुई, जिससे तीन लाख रुपये का कारोबार होने की संभावना है. दूसरे थोक मटन दुकानदार ने बताया कि शहर में 200 से अधिक दुकानें हैं, जो औसत 10 हजार रुपये रोजाना मटन का कारोबार करेंगे, जबकि शहर में थोक कारोबार की भी 15 से अधिक दुकानें हैं.
नववर्ष के दो दिन पहले ही खड़ा चिकेन व अंडे की खूब बिक्री हुई थी. 200 रुपये कैरेट तक अंडे की बिक्री हुई. एक कैरेट में 30 अंडे होते हैं. थोक मछली कारोबारी दीपक साह ने बताया कि अभी लोकल जिंदा रेहू, कतला, सिलन की अधिक डिमांड है. इसलिए स्टॉक बढ़ा लिया गया है.
नये साल के पहले दिन मुजफ्फरपुर में एटीएम में कैश नहीं रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. कई एटीएम में कैश नहीं था तो कई एटीएम मशीन खराब मिली. चंदवारा और पुरानी बाजार स्थित एसबीआई के तीन एटीएम खराब थे और अन्य बैंकों के एटीएम में कैश की किल्लत रही. लोग सुबह से ही कैश निकालने के लिये शहर के विभिन्नं स्थानों का चक्कर लगाते रहे.
कैश नहीं होने के कारण सब्जी सहित अन्य जरूरी सामान खरीदने में लोगों को काफी परेशानी हुई. सुबह से दोपहर तक लोग एटीएम से कैश के लिये भटकते रहे. चंदवारा के अशोक कुमार सब्जी लेने के लिये निकले तो वह पहले पक्की सराय चौक स्थित एटीएम में गये तो वह खराब था. उसके बाद बांके साह चौक स्थित एटीएम में गये तो वह भी खराब था. फिर पुरानी बाजार चौक स्थित एटीएम से कैश निकालने पहुंचे तो वहां भी मशीन खराब थी.