10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा फरवरी महीने से शुरू होनेवाली है. ऐसे में बोर्ड परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों के लिए काफी कम समय बचा है. इस समय का सदुपयोग करते हुए बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुट जाना आवश्यक है. बचे हुए समय का सही उपयोग कर परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं. एक्सपर्ट की मानें, तो बच्चों को हर विषय में सभी टॉपिक्स पर ध्यान देना चाहिए. बच्चे सैंपल पेपर तय समय में बनाने का प्रयास करें, ताकि परीक्षा केंद्र में कोई स्ट्रेस नहीं हो. समय प्रबंधन और आत्मविश्वास सफलता के लिए आवश्यक हैं. बोर्ड एग्जाम के लिए टॉपर्स स्टूडेंट्स और शिक्षकों ने कई अहम टिप्स दिये हैं.
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सिटी टॉपर्स के साथ शिक्षकों ने विद्यार्थियों को दिये अहम टिप्स
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समय प्रबंधन और आत्मविश्वास सफलता के लिए हैं आवश्यक
अभिभावक इन बातों पर दें ध्यान
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बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर नहीं डालें
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बच्चों के साथ रूटीन बनाने में मदद करे
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बच्चों की पढ़ाई में नुक्स न निकालें
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बच्चों के खान-पान और सोने का विशेष ध्यान रखें
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रिजल्ट पर अभी से चर्चा नहीं करें
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बच्चों को लगातार पढ़ने पर जोर न दें, उनके साथ थोड़ा समय बितायें
डायट का रखें ख्याल
डायटिशियन अर्पिता मिश्रा ने बताया कि परीक्षा में काफी कम समय बचा है. इसलिए बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. पढ़ाई के साथ साथ उनके डायट चार्ट पर अभिभावक ध्यान दें. क्योंकि विद्यार्थी काफी देर तक पढ़ाई करते हैं. इसलिए उसे याद रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन युक्त भोजन देना जरूरी है. ग्लूकोज, बादाम, गुड़, आंवला, दूध, कोको पाउडर आदि ब्रेन बूस्टिंग के लिए फायदेमंद होते हैं. वहीं इम्युनिटी डेवलपमेंट के लिए विटामिन सी, विटामिन बी कांप्लेक्स की जरूरत होती है. इसके लिए संतरा, नींबू, आंवला, दही, हरी व पीली सब्जियां और फल विद्यार्थी की डायट में शामिल करें.
बचे समय का सदुपयोग करें
सीबीएसइ 10वीं की थर्ड सिटी टॉपर सुनिधि हंसिका ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में काफी कम समय बचा है. ऐसे में इस समय का उपयोग करते हुए बेसिक डिसिप्लिन को अपना लें. प्रतिदिन का रूटीन बनाकर पढ़ाई करें. सैंपल पेपर और पिछले साल का प्रश्न जरूर हल करें. यह काफी अच्छा होता है. साथ ही रिवीजन करना बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही नया चैप्टर पढ़ना है, तो एनसीइआरटी पर फोकस करें. इसके अलावा बिना टेंशन और स्ट्रेस लिये परीक्षा की तैयारी में लग जायें.
-सुनिधि हंसिका, सीबीएसई 10th 3rd सिटी टॉपर
रिवीजन पर फोकस रखना जरूरी
जैक बोर्ड में 10वीं के पांचवें स्टेट टॉपर बंटी कुमार ने कहा कि एक महीने में नये चैप्टर को पढ़ने से बचना चाहिए. जिन विषयों को पढ़ चुके हैं, अब उन विषयों के चैप्टरों का रिवीजन करना शुरू कर दें. सिलेबस पर ध्यान देते हुए रिवाइज पर फोकस करना परीक्षा के हिसाब से अच्छा होता है. मैथ्स की प्रैक्टिस प्रतिदिन जरूर करनी चाहिए. इसके अलावा पिछले कुछ साल के प्रश्न को हल करते रहें. साथ ही जो कमजोर विषय या टॉपिक रह गये हैं, उन पर ज्यादा फोकस करें. जिससे परीक्षा में अच्छे अंक आ सकें.
-बंटी कुमार, जैक 10वीं, पांचवीं स्टेट टॉपर
कॉन्सेप्ट को रिवाइज करें
आइसीएसइ 12वीं साइंस के स्टेट टॉपर एलेक्स सिंह का कहना है कि पढ़े गये कॉन्सेप्ट को रिवाइज करें. फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स के सैंपल पेपर को जरूर रिवाइज करते रहें. इसके अलावा वेबसाइट या सैंपल पेपर में टॉपर्स के आंसर स्क्रिप्ट रहते हैं, उसे भी जरूर देखें. स्कूल में इंग्लिश में पढ़ाये गये चैप्टर का रिवीजन करें. साथ ही परीक्षा के समय अपने प्रेजेंटेशन पर ध्यान दें. प्रेजेंटेशन बेहतर रहने से अंक अच्छे मिलते हैं. वहीं लंबे आंसर में मेन प्वाइंट्स को अंडरलाइन जरूर करें.
-एलेक्स सिंह, आईसीएसई 12वीं, स्टेट टॉपर
रिवीजन पर फोकस करें
10वीं और 12वीं की परीक्षा में काफी कम समय बचा है. इस समय बच्चे रिवीजन पर फोकस करें. एक चैप्टर के कई सब टॉपिक्स होते हैं. इसलिए सिलेबस देखकर उनका रिवीजन करें. ध्यान दें कि सब टॉपिक का रिवीजन हुआ है या नहीं. इसके अलावा सैंपल पेपर में देखें कि किस चैप्टर से कैसे प्रश्न पूछे गये हैं. इसके बाद उसे पढ़ें. इसके अलावा एक विषय के कम से कम पांच सैंपल पेपर को सॉल्व करें. इसके लिए परीक्षा केंद्र में जैसे तीन घंटे में परीक्षा देते हैं, उसी तरह घर पर सैंपल पेपर सॉल्व करें.
प्रभात कुमार, फिजिक्स शिक्षक, डीपीएस रांची
हर सवाल को समझ कर लिखने का अभ्यास करें
बच्चे क्वेश्चन बैंक से तैयारी करते रहें. प्रोजेक्ट रेल के तहत साप्ताहिक टेस्ट से बच्चों को काफी फायदा मिल रहा है. इससे बच्चों को परीक्षा का पैर्टन समझ आ चुका है. इसके अलावा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी रिवीजन पर फोकस करें. हर प्रश्न को समझ कर उत्तर लिखने का अभ्यास करें. अभी बचे हुए समय में रिवीजन बहुत जरूरी है. बिना स्ट्रेस लिये परीक्षा की तैयारी में जुट जायें. जैक के सैंपल पेपर से तैयारी करते रहें. परीक्षा को लेकर भयभीत नहीं हों.
मीनू नीता, प्रभारी प्राचार्या, एसएस डोरंडा स्कूल