Bihar School News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक (KK Pathak) का प्रयास रंग लाने लगा है. बिहार के स्कूलों के जर्जर भवनों को अब ताेड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. भागलपुर के जिला स्कूल परिसर स्थित जर्जर भवन को गुरुवार को ध्वस्त कर दिया गया. जिले में कुल 485 स्कूलों के ऐसे जर्जर भवन चिन्हित किए गए हैं जिन्हें ध्वस्त किया जाएगा. इन भवनों को ध्वस्त करने के बाद विभाग आगे की तैयारी पर भी तेजी से काम करेगा. इन भवनों को तोड़कर उसी जगह पर प्लेग्राउंड, गेस्ट हाउस और हॉस्टल वगैरह बनाने की तैयारी है.
हाल में ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक की थी. इस बैठक में उन्हाेंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि ऐसे जर्जर भवन जिनका उपयोग नहीं हो रहा है. उसे ध्वस्त करवा दें. जिसके बाद भागलपुर में ड्रोन के जरिए सर्वे करके भवन को चिन्हित किया गया. बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक बी कार्तिकेय ने बुधवार को भागलपुर के विभिन्न स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण किया था. जिला स्कूल के निरीक्षण में उन्होंने पुराने और जर्जर भवनों को तोड़ने का निर्देश दिया था. साथ ही परिसर में गेस्ट हाउस और छात्रावास का निर्माण कराने को कहा था. उनके निर्देश का पालन फौरन किया गया और बुधवार की शाम से ही जेसीबी की मदद से उक्त भवन को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया था.
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मिली जानकारी के मुताबिक, भागलपुर के जिला स्कूल परिसर में जिस भवन को ध्वस्त किया गया उसका इतिहास काफी पुराना है. लोग बताते हैं कि यह भवन अंग्रेजों के ही जमाने का था. वहीं इस भवन की जगह पर अब गेस्ट हाउस और हॉस्टल बनाने का काम शुरू किया जाएगा. इसका प्रारूप और एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेजा जाएगा. बता दें कि जिले के कुल 485 जर्जर भवनों को अबतक चिन्हित किया जा चुका है जिन्हें तोड़ा जाना है. जबकि इसकी संख्या अभी बढ़ सकती है.
मिली जानकारी के अनुसार, जिन भवनाें को तोड़ा जा रहा है उससे निकलने वाली वस्तुओं की नीलामी करायी जाएगी. उक्त राशि को स्कूल कोष में जमा कराया जाएगा. जानकारी मिली है कि भागलपुर में सबसे अधिक कहलगांव प्रखंड में 53 जर्जर स्कूल भवन, पीरपैंती में 51 तो नाथनगर में सबसे कम 18 भवन ऐसे हैं जो जर्जर हैं और उन्हें तोड़े जाएंगे. जिला स्कूल परिसर में जिस भवन को ध्वस्त किया गया उसका मलवा शुक्रवार से हटाया जाना है.
गौरतलब है कि बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक ने बुधवार को शहर के विभिन्न स्कूलों का किया औचक निरीक्षण किया है. जिला स्कूल के निरीक्षण में उन्होंने पुराने और जर्जर भवनों को तोड़ने का निर्देश देकर परिसर में गेस्ट हाउस और छात्रावास का निर्माण कराने को उन्होंने कहा था. मौके पर ही उन्होंने नगर निगम के अधिकारी से बात की और जेसीबी उपलब्ध कराने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि भवनों को तोड़ने के बाद जो भी मलबा निकलता है, उसकी विद्यालय स्तर पर नीलामी कर विद्यालय कोष में जमा करें. उन्होंने डीइओ को शिक्षा विभाग का एक छोटा गेस्ट हाउस निर्माण कराने की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. जिसकी प्रक्रिया अब शुरू की जाएगी.
बता दें कि शिक्षा विभाग इन दिनाें कई चीजाें पर मिशन मोड में काम कर रहा है. अपर मुख्य सचिव के के पाठक खुद स्कूलों का निरीक्षण लगातार कर रहे हैं. स्कूल में जर्जर भवन या खराब हालत में फर्नीचर को देखकर के के पाठक उसे सही हालत में लाने का निर्देश जारी करते हैं. वहीं स्कूल के अंदर साफ-सफाई को लेकर काफी सख्ती अपर मुख्य सचिव बरतते हैं. शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति को लेकर भी के के पाठक बेहद सख्त रहते हैं.