गया. इमामगंज थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव से गुरुवार की सुबह अपराधियों ने सुरेंद्र प्रजापत के 14 वर्षीय बेटे हैप्पी कुमार का अपहरण कर लिया था और पांच लाख रुपये फिरौती की रकम मांगी थी. इस मामले में एसएसपी आशीष भारती की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आठ घंटे के अंदर अपहृत हैप्पी को चतरा जिले के हंटरगंज थाना क्षेत्र के हिरिंग जंगल से बरामद कर लिया और अपहरण करनेवााले अपराधियों में से तीन को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके पास से पांच मोबाइल फोन भी बरामद किये हैं.
मोबाइल फोन से मांगी जा रही थी फिरौती
यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी ने दी. एसएसपी ने बताया कि कोचिंग जाने के समय अपराधियों ने हैप्पी को अगवा किया था. इसे गंभीरता से लिया गया और सिटी एसपी हिमांशु की मॉनीटरिंग में एक विशेष टीम का गठन किया गया. जिस मोबाइल फोन से फिरौती मांगी जा रही थी, उसका टावर लोकेशन चतरा जिले का हंटरगंज इलाका बता रहा था. तुरंत चतरा जिले की पुलिस से संपर्क साधा गया और त्वरित कार्रवाई की गयी.
हंटरगंज थाने के झिकटिया गांव के रहनेवाले हैं आरोपित
अपहरण के आठ घंटे के अंदर हैप्पी को सुरक्षित बरामद कर लिया गया. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों की पहचान हंटरगंज थाने के झिकटिया गांव के रहनेवाले सुशांत कुमार उर्फ निट्टू, अमित कुमार व राहुल कुमार रंजन के रूप में की गयी है. इनके पास से पांच मोबाइल फोन भी जब्त किये गये. इसमें वह मोबाइल फोन भी शामिल है, जिससे फिरौती मांगी गयी थी.
अपराधियों के पास हथियार नहीं थे
इधर, एसएसपी के सामने ही हैप्पी ने मीडिया को बताया कि अपराधियों के पास हथियार नहीं थे. लेकिन, उसे बहला-फुसला कर अपने साथ रखे रह गये. छात्र हैप्पी ने गया पुलिस के पदाधिकारियों के प्रति आभार जताया और कहा कि अगर पुलिस सक्रिय नहीं होती, तो उनकी जान नहीं बचती.
कुछ और अपराधी शामिल हैं आरोपित
इधर, एसएसपी ने कहा कि इस अपहरण कांड में कुछ और अपराधी शामिल हैं, जो फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर हैं. लेकिन, उनकी पहचान कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी को लेकर इमामगंज थाने की पुलिस को निर्देश दिया गया है. एसएसपी ने बताया कि इस अपहरणकांड का त्वरित निष्पादन करनेवाले पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा.
सुबह साढ़े छह बजे घर से ट्यूशन पढ़ने गया था हैप्पी
अगवा बच्चे की दादी देवंती देवी और मां किरण देवी ने बताया कि गुरुवार की सुबह साढ़े छह बजे हैप्पी घर से गांव में ही ट्यूशन पढ़ने के लिए गया हुआ था. जब काफी लेट होने के बाद वह ट्यूशन से घर नहीं आया तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. इस दौरान पता चला कि केंदुआ गांव स्थित पैक्स गोदाम के पीछे आहार के पिंड पर उसकी किताबें फेंकी हुई हैं. हालांकि उसके बाद भी परिजन यह सोच कर खोजबीन कर रहे थे कि कहीं खेलने के लिए निकल गया होगा.
पिता से फोन पर मांगी गयी फिरौती
इसी बीच हैप्पी के पिता के मोबाइल पर एक फोन आया. इस दौरान अपहर्ता के मोबाइल से ही हैप्पी ने कहा कि उसे किडनैप किया गया है और बदमाश पांच लाख रुपये मांग रहे हैं. उसके बाद परिजनों के होश उड़ गये और घटना की जानकारी पुलिस को दी. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है. इधर, ग्रामीणों ने बताया कि सुबह के समय एक चारपहिया वाहन ने गांव को बहुत तेज गति से पार किया था.