प्रभात सरोकार: स्वस्थ बेटियां खुशहाल परिवार इस स्लोगन के साथ शुक्रवार को प्रभात खबर की टीम पीके राय मेमोरियल कॉलेज पहुंची. प्रभात खबर की ओर से हाई स्कूल व कॉलेजों में बेटियों के लिए हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसमें शहर की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ ने छात्राओं को किशोरावस्था व युवावस्था में होने वाले शारीरिक बदलाव की जानकारी दी और समस्या का समाधान भी बताया. एसएनएमएमसीएच की स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सुष्मिता ठाकुर ने छात्राओं के सवालों का जवाब दिया. साथ ही उन्हें स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के भी टिप्स दिये. डॉ सुष्मिता ने छात्राओं से कहा स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मन के लिए बेटियों को जीवन शैली में बदलाव लाने की जरूरत है. मेडिटेशन के साथ हर दिन एक्सरसाइज करें. पौष्टिक आहार,लें. स्वच्छता का ख्याल रखें. खास कर माह के खास दिनों में तनाव न लें. पीरियड्स का आना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. यह कोई बीमारी नहीं है. इन दिनों में खुश रहें. आम दिनों की तरह काम करें. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया. मौके पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ कविता सिंह, नूरसबा, मंजू एवं अन्य उपस्थित थीं. मंच का संचालन जूलॉजी विभाग की शर्मिला कुमार व धन्यवाद ज्ञापन किरूम रश्मि टोपनो ने किया. सभी ने प्रभात खबर की ओर से आयोजित कार्यक्रम की सराहना की.
कार्यक्रम में छात्राओं ने चिकित्सक की बातें ध्यान से सुनी. उसके बाद सवाल पूछा. कुछ सवाल सामान्य थे, तो कुछ व्यक्तिगत. चिकित्सक ने सभी का जवाब दिया. साथ ही पीरियड्स के समय होनेवाली समस्या और उसका समाधान बताया. पौष्टिक आहार लेने की बात कही. फास्ट फूड को गुड बॉय करने के लिए कहा. डॉ सुष्मिता ने बताया कि भारतीय परिवेश में 11 से 13 साल की उम्र में पीरियड्स शुरू होता है, लेकिन बदलते लाइफ स्टाइल व पर्यावरण में प्रदूषण के कारण नौ साल में भी पीरियड्स शुरू हो जा रहा है. अगर 16 साल तक बेटियों को पीरियड्स नहीं आया, तो चिकित्सक से मिलें. खास दिनों में स्वच्छता का ख्याल रखें. सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें. यूज्ड नैपकिन का सही से डिस्पोजल करें. नहीं तो इससे इंफेक्शन हो सकता है.
बेटियों में यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन ( यूटीआई) होना कॉमन है. इंफेक्शन होने से ठंड के साथ बुखार आना, यूरीन के साथ ब्लड आना, उल्टी आदि की समस्या हो सकती है. यूटीआइ इंफेक्शन ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होता है. साथ ही माहवारी के समय गंदे पैड का इस्तेमाल, स्वच्छता का ध्यान न रखना आदि इसके मुख्य कारण. अगर यूटीआइ इंफेक्शन हो गया है, तो इसे हल्के में न लें. चिकित्सक से मिलें. इंफेक्शन किडनी तक फैल सकता है. इंफेक्शन का सोर्स गंदगी होता है, इसलिए स्वच्छता का पूरी तरह ध्यान रखना जरूरी है. खूब पानी पीयें. पानी का कम सेवन भी इंफेक्शन का कारण हो सकता है.
डॉ सुष्मिता ने कहा कि बढ़ती हुई उम्र में बेटियों को खाने में आयरन, विटामिन व मिनरल की जरूरत अधिक होती है. आयरन के लिए ब्रोकली, हरी मटर, सेम, सलाद पत्ता, पालक, गुड़, बीट, राजमा, बादाम खायें. विटामिन सी के लिए मटर, शिमला मिर्च, संतरा, नींबू, हरी मिर्च व आंवला का उपयोग करें. पौष्टिक व संतुलित आहार लें. नियमित योग, मेडिटेशन करें. खूब पानी पीयें. छात्राओं को फास्ट फूड व जंक फूड से परहेज करने की बात कही. पिज्जा, बर्गर, चाउमिन, पास्ता व कोल्ड ड्रिंक्स का इस्तेमाल नहीं करें.
कॉलेज की प्राचार्या डॉ कविता सिंह ने प्रभात खबर की सराहना की. कहा कि स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं का उत्साह देख खुशी हुई. किशोरावस्था व युवावस्था में बेटियों को सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है. प्रभात खबर ने सकारात्मक कदम उठाया है. बेटियों के लिए फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल फिटनेस भी जरूरी है. स्वस्थ रहकर ही बेटियां लक्ष्य को पा सकती है.
प्राध्यापक शर्मिला कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य को लेकर प्रभात खबर की ओर से स्कूलों कॉलेजों में चलाया जा रहा अभियान काफी अच्छा है. छात्राओं को समस्या व समाधान की जानकारी देना सराहनीय पहल है. बेटियों में भी जागरूकता देख सुकून मिला. चिकित्सक ने भी जीवन में काम आनेवाले कई सलाह दी. शुक्रिया प्रभात खबर. बेटियों के लिए यह सकारात्मक कार्यक्रम है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.