शुरुआती दिनों में सीखे गए शब्दों के उपयोग
नयी दिल्ली, जीवन के शुरुआती दिनों में सीखे गए शब्दों के उपयोग को लेकर एक अध्ययन में रोचक जानकारी सामने आई है. क्यों लोग कुछ शब्दों को याद रखते हैं और जीवन भर उनका उपयोग करते हैं जबकि कुछ अन्य शब्द उनकी शब्दावली से बाहर हो जाते हैं?
उत्तेजक’’ और ‘‘विचारोत्तेजक’’ शब्द
एक अध्ययन में पाया गया है कि जीवन के शुरुआती दिनों में सीखे गए शब्द और जो शब्द ‘‘उत्तेजक’’ और ‘‘विचारोत्तेजक’’ होते हैं, वे लोगों द्वारा लंबे समय तक उपयोग में बने रहने वाले शब्दों में शुमार होते हैं.
कल्पना से जुड़े शब्द
इसमें यह भी पाया गया कि लोग जो देख सकते हैं या कल्पना कर सकते हैं, उससे जुड़े शब्द और जिन्हें ‘ठोस’ शब्द के रूप में वर्णित किया गया है, प्राकृतिक रूप से लोगों की याददाश्त में लंबे समय तक बने रहने की अधिक संभावना रखते हैं.
शब्दों के उदाहरण
उदाहरण के लिए, ‘बिल्ली’ को ‘जानवर’ शब्द की तुलना में अधिक ‘ठोस’ कहा जा सकता है. शोधकर्ताओं ने ‘सेक्स’ और ‘लड़ाई’ ऐसे कुछ उदाहरण दिए हैं, जो ऐसे शब्दों के उदाहरण हैं जो अधिक ‘‘उत्तेजित और विचारोत्तेजक’’ होते हैं.
ब्रिटेन में वारविक विश्वविद्यालय के अध्ययन
ब्रिटेन में वारविक विश्वविद्यालय के अध्ययन ने इस पहलू पर प्रकाश डाला कि क्यों कुछ शब्द आधुनिक भाषाई परिदृश्य में बने रहते हैं, जबकि अन्य नहीं.वारविक विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर एवं प्रमुख शोधकर्ता थॉमस हिल्स ने कहा कि निष्कर्ष इस बात पर प्रकाश डालने में मदद करते हैं कि मानव मस्तिष्क सूचनाओं को कैसे संसाधित और उपयोग करता है.
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