एचआइएफ हॉकी ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए दुनिया की आठ टीमें रांची पहुंच चुकी है. ओलिंपिक में टिकट कटाना है तो मुकाबला भी जोरदार होगा. पूरे देश के साथ मेजबान झारखंड के हॉकी प्रेमियों की नजरें भारतीय महिला हॉकी टीम पर टिकी हैं. जिसको लेकर भारतीय महिला हॉकी टीम की तैयारी पिछले कुछ महीनों से चल रही है. टीम ने पेनाल्टी शूट आउट पर फोकस किया है और इसे गोल में बदलने पर सबसे अधिक ध्यान दिया है. टीम की तैयारी और प्रतियोगिता को लेकर उप कप्तान निक्की प्रधान ने प्रभात खबर से बात की.
दुनिया की सात टीम रांची ओलिंपिक का टिकट कटाने आयी हुई हैं. इसलिए इस प्रतियोगिता में सभी टीमों से मुकाबला कड़ा होगा. सभी इस प्रतियोगिता में अपना सौ प्रतिशत देंगी. हमारा भी फोकस जीत को लेकर है, इसलिए हमारी तैयारी भी इसी के अनुसार हो रही है. यहां से पहले हमने कैंप में समय गुजारा और वहां हमें रूपिंदर पाल भैया ने पेनाल्टी शूट आउट को गोल में बदलने के टिप्स दिये. इसका फायदा हमें इस प्रतियोगिता में मिलेगा.
पहले जो मैं तैयारी करती थी इस बार भी वही तैयारी की है. मुझे अपने डिफेंस पर फोकस रखना है. यहां आने के बाद भी हमलोगों का लगातार अभ्यास हो रहा है. वहीं रांची में पहले भी मैच खेला है और इस बार भी यही मौका मिला है. वहीं शनिवार को खूंटी में अपने घर में अभ्यास करके अच्छा लगा.
रविवार को जापान की महिला हॉकी टीम सुबह पहुंची. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया. इस दौरान टीम ने सेल्फी भी ली. इसके बाद शाम को न्यूजीलैंड की टीम रांची पहुंची. इनका भी पारंपरिक तरीके से हॉकी झारखंड के पदाधिकारियों ने स्वागत किया.