अयोध्या सज रही है. संवर रही है. हर दिन अयोध्या का नया निखरा रूप सामने आ रहा है. राम मंदिर की ओर जाने वाला भक्ति पथ भी नए रूप में सामने आया है. भक्ति पथ पहले सिंगल लेन सड़क थी, जो अतिक्रमण और अव्यवस्थित ट्रैफिक के साथ ही अपर्याप्त साफ-सफाई के अभाव में गंदगी का पर्याय बन गई थी. इस मार्ग को अतिक्रमण मुक्त बनाकर व्यापक चौड़ीकरण प्रक्रिया के जरिए फोर लेन रोड में परिवर्तित किया गया है
भक्ति पथ पर एक नजर
प्रसारः श्रृंगार हाट से हनुमान गढ़ी तक
कुल लम्बाई: 0.742 किलोमीटर
लागतः 68.04 करोड़ रुपए
प्रकारः फोर लेन
अयोध्या में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तमाम प्रकार के अवस्थापना सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. सड़क चौड़ीकरण के साथ ही सभी दुकानें-मकान एक लाइन में दिख रही हैं. सभी एक ही रंग में रंगी हैं. दुकान के शटर पर अध्यात्मि प्रतीक बनाए गए हैं.
Also Read: Ayodhya: श्री राम के जन्म पर किन्नर समाज ने शुरू की थी नेग लेने की परंपरा, ट्रस्ट के निमंत्रण का इंतजारअयोध्या में बने ओवर ब्रिज को भी नया रूप दिया जा रहा है. ब्रिज के नीचे रामकथा से संबंधित पेटिंग की जा रही है. राम से संबंधित अलग-अलग दृश्य उकेरे जा रहे हैं. कलाकार रामकथा से संबंधित प्रसंगों को अपने रंग और ब्रश से दीवारों पर उतार रहे हैं.
अयोध्या में ओवर ब्रिज के नीचे के क्षेत्र को रंग-बिरंगी लाइट से रोशन किया गया है. सजावटी गमले लगाए गए हैं. कोमल घास लगाई गई है. जिससे रामलला के दर्शन करने वाले लोग वहां बैठकर आराम कर सकें.स
Also Read: Ram Mandir: श्री राम मंदिर में चार सिक्योरिटी चेक के बाद प्रवेश करेंगे श्रद्धालुसरयू नदी के नया घाट से लेकर लक्ष्मण घाट तक पर्यटक सुविधाओं का विकास और सौंदर्यीकरण किया गया है. पैदल पथ, विद्युतीकरण, आरती स्थल, छत्री, वीआईपी मंडप, आगंतुक मंडप भी बनाए जा रहे हैं.
सरयू नदी के नया घाट से लेकर लक्ष्मण घाट को गुलाबी पत्थर से नया रूप दिया गया है. इन घाटों पर लोग स्नान तो करेंगे ही, वहां बैठकर कल-कल करती सरयू का अवलोकन भी कर सकेंगे.
कलेक्ट्रेट के पास नवनिर्मित लक्ष्मण कुंज स्मार्ट व्हीकल मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाई गई. इसमें 282 चार पहिया तथा 309 दो पहिया वाहन खड़े हो सकेंगे. पार्किंग के साथ ही बिल्डिंग के सामने 1500 से अधिक दो पहिया वाहनों को खड़ा करने की सुविधा उपलब्ध होगी. इसमें 15 दुकानें, एक कैंटीन, चार लिफ्ट सहित सभी तलों पर शौचालयों की भी व्यवस्था है.
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