देवघर : देवघर में सदर अस्पताल से लेकर अनुमंडल, सीएचसी व पीएचसी में एक्स- रे की समुचित सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है. इस कारण विभिन्न बीमारियों से ग्रसित और घटना- दुर्घटनाओं में घायलों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मरीजों को प्राइवेट एक्स-रे सेंटर में एक्स-रे कराना पड़ता है. जिले में काफी समय से यह स्थिति है, लेकिन जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं मेडिको लीगल मामले में विभिन्न स्थानों से मरीजों व लोगों को सदर अस्पताल एक्स-रे कराने के लिए आना पड़ता है, इसके बाद यहां भी मरीजों को निजी एक्स-रे सेंटर पर ही निर्भर होना पड़ रहा है. इससे आर्थिक बोझ बढ़ता है.
सदर अस्पताल में लगी सरकारी एक्स-रे मशीन मेनुअल है और काफी पुरानी है. इस एक्स-रे मशीन का पिक्चर सही नहीं आता है. मधुपुर अनुमंडल अस्पताल में एक्स-रे मशीन संचालित है, लेकिन कुर्सी सही नहीं है. इस कारण मरीजों के हाथ व पैर का ही एक्स-रे हो पाता है. इसके अलावा जसीडीह सीएचसी, देवीपुर सीएचसी, सारवां सीएचसी में एक्स-रे मशीन नहीं है. जसीडीह और सारवां सीएचसी में पहले मशीन उपलब्ध थी, जो सालों रखे रहने के कारण उठा कर धनबाद भेज दिया गया था. वहीं सारठ सीएचसी, करौं सीएचसी और मोहनपुर सीएचसी में एक्स-रे मशीन होने के बाद भी मरीजों की इसकी सुविधा नहीं मिल रही है. कारण है कि यहां टेक्नीशियन ही नहीं है. इस कारण यहां मरीजों का एक्स-रे नहीं हो रहा है.
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जिले में जहां एक्स-रे मशीन नहीं हैं, वहां एक्स-रे लगाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए विभाग को लिखा जायेगा. वहीं जहां नहीं टेक्नीशियन हैं, वहां आउटसोर्सिंग पर बहाल कर एक्स-रे किया जायेगा.
डॉ रंजन सिन्हा, सिविल सर्जन