बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक (KK Pathak News) इन दिनाें छुट्टी पर चल रहे हैं. सोमवार से ही के के पाठक अवकाश पर गए हैं. उनकी जगह पर अभी विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव को एसीएस का प्रभार दिया गया है. के के पाठक की छुट्टी को लेकर तरह-तरह की चर्चा चलती रही. उनके दिल्ली जाने की बात भी चर्चे में रही. हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अवकाश लिया है. जबकि छुट्टी के बीच ही मंगलवार को अचानक के के पाठक सचिवालय स्थित अपने कक्ष में पहुंच गए. उधर, बिहार में 34 एमडीएम डीपीओ का वेतन भी बंद कर दिया गया है. के के पाठक के आदेश पर ये कार्रवाई की गयी है. दूसरी ओर कुलपतियों का एक ग्रुप राजभवन पहुंचा और अपनी नाराजगी उन्होंने राज्यपाल के समक्ष रखी है.
मंगलवार को बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने राज्यपाल-सह-कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की. शिक्षा विभाग, के पदाधिकारियों द्वारा उनके साथ किये जा रहे बर्ताव से अवगत कराया. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर विश्वविद्यालयों के कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा है जिससे शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. उन्होंने शिक्षा विभाग से जुड़ी अन्य परेशानियों एवं विश्वविद्यालय की समस्याओं से भी उन्हें अवगत कराया. राज्यपाल ने कुलपतियों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को विश्वविद्यालयों एवं राजभवन के अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण नहीं करना चाहिए.
इधर, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के अवकाश पर जाने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव को अपर मुख्य सचिव के सारे कार्य का प्रभार सौंप दिया है. उन्होने प्रभार संभाल भी लिया. इधर, मंगलवार की देर शाम अपर मुख्य सचिव केके पाठक अचानक विकास भवन सचिवालय स्थित अपने कक्ष पहुंचे. वे कुछ देर ठहरे और वापस लौट गये. सूत्रों के अनुसार, के के पाठक के दिल्ली मे होने की बात कही जा रही थी. वे 16 जनवरी तक अवकाश पर है. सूत्र बताते हैं कि इस बार बैद्यनाथ यादव नीतिगत फैसले भी ले सकेगे. मालूम हो कि 13 जनवरी को करीब सवा लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, के के पाठक ने करीब तीन दर्जन एमडीएम डीपीओ पर कार्रवाई की है. 34 जिलों के एमडीएम डीपीओ का वेतन मंगलवार से बंद कर दिया गया है. राशि उपलब्ध कराने के बाद भी मध्याह्न भोजन के लिए थाली नहीं खरीदने का आरोप इन पदाधिकारियों पर लगा है. अपर मुख्य सचिव के के पाठक के आदेश पर एमडीएम निदेशक ने ये कार्रवाई की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कहा गया है कि जबतक आदेश का पालन नहीं किया जाएगा तबतक वेतन का भुगतान नहीं होगा. सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा गया है कि 21 नवंबर 2023 को ही जिलों को थाली खरीद की राशि दी गयी थी लेकिन एक महीने के बाद भी 34 जिलों के डीपीओ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. 6 जनवरी को हुई बैठक में एसीएस के के पाठक ने पाया कि कई डीपीओ ने आदेश को गंभीरता से नहीं लिया.
वहीं पटना विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने मंगलवार को शिक्षा विभाग के रवैये के विरोध में काला बिल्ला लगाकर काम किया. बिहार राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में संघ के अस्तित्व पर प्रश्न उठा देना ठीक नहीं है. समिति की मांग है कि उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा जितने भी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ से संबंधित मौलिक अधिकार और संविधान के विपरित पत्र निर्गत किया गया है उसे वापस लिया जाये. सभी संघ से वार्ता कर शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी की समस्या का निराकरण किया जाये. 12 जनवरी को विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया जायेगा.