नवादा जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद के बलवापर गांव में शुक्रवार की रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी के बाद पुलिस हरकत में आ गयी है. इस मामले में शनिवार को थाना प्रभारी के आवेदन पर 82 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसके अलावा दो सौ अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसके साथ ही पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जिनमें से 25 लोग एक ही गांव के हैं. पुलिस ने मौके से दो स्कॉर्पियो के साथ ही 13 कारतूस के खोखे भी बरामद किए गए हैं. पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने बताया कि उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस को निशाना बनाकर चोट पहुंचाने, फायरिंग व पथराव करने, पुलिस कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है
आपसी वर्चस्व में हुई फायरिंग
जानकारी के अनुसार नवादा समेत कई जिलों में सीमेंट व खाद आपूर्ति का हब बन चुके रैक प्वाइंट में बलवापर के दो ग्रुपों के मजदूरों द्वारा सीमेंट, यूरिया व खाद्यान्न का उठाव किया जाता है. इसमें एक ही गांव में वर्षों से दो गुट चल रहे हैं. शुक्रवार को बाजार में सरेआम एफसीआई गोदाम के श्रमिक मेठ मिथिलेश राउत के साथ मारपीट के बाद हुई हिंसक झड़प व गोलीबारी दो गुटों के वर्चस्व का परिचायक है.
क्या है दोनों गुट का विवाद
सच्चाई यह है कि वारिसलीगंज रैक प्वाइंट से मजदूरों की दैनिक मजदूरी लाखों रुपये होती है. यह राशि वारिसलीगंज के एक ही गांव बलवापर गांव के दो गुटों के बीच बांटी जाती है. प्रथम गुट के श्रमिकों को ज्यादा काम मिले, यह दूसरे गुटों को नागवार लगता है और बीच-बीच में इस तरह का विवाद उत्पन्न होते आ रहा है. बताया जाता है कि अगर पुलिस सक्रिय नहीं होती, तो दर्जनों राउंड चली गोलियां और जमकर हुई पत्थरबाजी में कई लोगों की जानें जा सकती थी, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.
क्या है पूरा मामला
शुक्रवार को एक बजे दिन में एफसीआइ गोदाम मेट मिथिलेश राउत को शहर के पोस्ट ऑफिस रोड के समीप छह लोगों ने पिटाई कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. इसके बाद शुक्रवार की ही रात साढ़े आठ बजे दोनों पक्ष के बीच गोलीबारी की घटना हुई. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इस दौरान पुलिस बल पर भी हमला किया गया. इसमें पुअनि निर्मल कुमार सिंह जख्मी हो गये हैं.
तीन लोगों को लगी थी गोली
इस गोलिवारी में बलवापर गांव निवासी संजय यादव के 25 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार, विजय यादव के 20 वर्षीय पुत्र सुभाष यादव व मिथिलेश राउत के 28 वर्षीय पुत्र संटू कुमार गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गये हैं. सभी को स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया गया. वहां से घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद स्थिति गंभीर देख नवादा सदर अस्पताल रेफर किया गया.
ये 27 आरोपित किए गए गिरफ्तार
गिरफ्तार लोगों में थाना क्षेत्र के बलवापर गांव निवासी क्रमशः विजय राउत के पुत्र चंदन कुमार, धर्मेंद्र राउत के पुत्र साजन कुमार, वाल्मीकि राउत के पुत्र राजा कुमार, संजय राउत के पुत्र आकाश कुमार, स्वर्गीय बांके राउत के पुत्र वाल्मीकि राउत, कपिल राउत के पुत्र चंद्रदीप राउत, प्रकाश कुमार राउत के पुत्र आकाश कुमार, संजय राउत के पुत्र बिट्टू कुमार, बिरजी राउत के पुत्र धर्मेंद्र राउत, कपिल देव राउत के पुत्र सत्येंद्र राउत, बिरजी रावत के पुत्र संजय राउत, प्रभु यादव के पुत्र वाल्मीकि यादव, स्वर्गीय जगदीश यादव के पुत्र संजय यादव,
जागो यादव के पुत्र कृष्ण यादव, दिनेश यादव के पुत्र नीतीश कुमार, किशोर यादव के पुत्र फेकू यादव, स्वर्गीय कपिल यादव के पुत्र अंकित कुमार, शिव कुमार यादव के पुत्र कुणाल कुमार, ललन यादव के पुत्र सीताराम यादव, राम अवतार यादव के पुत्र बाबूलाल यादव ,स्वर्गीय सागर यादव के पुत्र विकास कुमार, विजय यादव के पुत्र नवलेश कुमार,
बाबूलाल यादव के पुत्र मंटू कुमार, दीपक कुमार व चंदन कुमार, काशीचक थाना क्षेत्र के डेढ़गांव निवासी स्वर्गीय मथुरा यादव के पुत्र राजेश यादव व नालंदा जिला के बिंद थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी रॉकी कुमार उर्फ सुमित कुमार शामिल है. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है. हालांकि किसी अनहोनी की घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
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