Makar Sankranti 2024: बिहार में लोग मकर संक्रांति का त्योहार मना रहे हैं. गंगा घाटों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. पर्व की धूम है. लोग तिलकुट, चूड़ा, दही, तिल के लड्डू आदि का सेवन कर रहे हैं. गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. ठंड होने के बाद भी लोग गंगा स्नान कर रहे हैं. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है. वहीं, घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. पटना में दो दिनों तक नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा एनडीआरएफ के जवानों की यहां तैनाती की गई है.सोमवार को मकर संक्रांति के त्योहार की धूम देखने को मिल रही है. लोग तिलकुट, दही, चूड़ा, तिल के लडूडू आदि का सेवन कर रहे हैं.
आज के दिन लोग बढ़ चढ़कर दान भी कर रहे हैं. दान का विशेष महत्व भी माना जाता है. इसके अलावा गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने के बाद सारे पाप धुल जाते हैं. वहीं, कई लोग इस दिन अपनी बेटियों को भी दान दे रहे हैं. 15 जनवरी को लोग मकर संक्रांति मना रहे है. कई मंदिरों में लोग पूजा कर रहे हैं. इधर, गोपालगंज में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जा रही है. मकर संक्रांति को लेकर शक्तिपीठ थावे दुर्गा मंदिर में तैयारी की गई है. यहां मकर संक्रांति के मौके पर मंदिर समिति की ओर से माता को खिचड़ी का महाभोग चढ़ाया जा रहा है और श्रद्धालुओं के बीच इसका वितरण हो रहा है. ऐसी मान्यता है कि मां थावे वाली की दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती है. यहां नेपाल से लेकर यूपी और पश्चिम बंगाल से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. थावे मंदिर की कहानी चेरोवंश के राजा मनन सिंह से जुड़ी है. मान्यता के अनुसार राजा के जिद्द पर भक्त रहषु ने माता का आह्वान किया था और माता ने भक्त रहषु का मस्तक चीर कर दर्शन दिया था. तब से यहां घने जंगलों के बीच मां सिहासनी का मंदिर हैं, इन्हें थावेवाली के नाम से भक्त बुलाते हैं.
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आज के दिन खिचड़ी प्रसाद का भोज लगाया जाता है. वहीं, कई स्थानों पर मेला भी लगाया है. मकर संक्रांति के मौके पर बांका में मंदार महोत्सव की शुरुआत हुई है. यहां कई तरह के स्टॉल से मेले को सजाया गया है. कृषि विभाग की ओर से प्रदर्शनी लगाई गई है. इसके अलावा मेले में आकर्षक झुले भी लगाए गए है. यहां लोग स्नान भी करते है. इसके कारण एनडीआरएफ की तैनाती की गई है. लोग नदी में आस्था की डुबकी लगाते है. 15 जनवरी को लोग स्नान और दान कर रहे हैं. लेकिन, कई जगहों पर 14 जनवरी को ही मेले का आयोजन किया गया है. मकर संक्रांति दो दिन मनाया जा रहा है. आज लोगों ने पूजा- अर्चना की है. दही,चूड़ा तिलकुट तिल खाकर मेले के तरफ रूख कर रहे है. साथ ही गंगा में डुबकी लगा रहे हैं. मकर संक्रांति को लेकर लोगों में चहल पहल देखने को मिल रही है. बच्चे से लेकर वृद्ध तक ने मेले का लुत्फ उठाया है. गांव में भी शहर के तरह नजारा देखने को मिल रहा है. दारी, बाइस्कोप सहित अन्य मनोरंजन को देखने को ले बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोगों ने चाट, चाउमीन, पानीपुरी, डोसा, मोमो, जलेबी, समोसा, मिठाई आदि का लुत्फ उठा रहे हैं. पर्व को लेकर बच्चों से लेकर बूढ़े भी काफी उत्साहित है.