Grah Upay: हिंदू धर्म में वैदिक ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति का जन्म होते ही उसकी कुंडली में ग्रहों का गोचर शुरू हो जाता है. इस दौरान व्यक्ति के लिए कोई ग्रह शुभ स्थिति में होता है, तो कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है.
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ग्रहों की स्थिति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर जीवन भर पड़ता है. इससे व्यक्ति का करियर से लेकर कारोबार और वैवाहिक जीवन तक प्रभावित होता है. ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभावों से व्यक्ति को लाभ और हानि दोनों हो सकती है.
ऐसी स्थिति में ग्रहों को शांत करने या उनके अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. इन उपायों को करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याओं और बाधाओं को कम किया जा सकता है.
अगर आप भी कुंडली में ग्रहों के अशुभ प्रभावों से जूझ रहे हैं, तो ज्योतिष में नवग्रहों की शांति के लिए स्तोत्र और शनि स्तोत्र का वर्णन मिलता है. अगर आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, तो आप इन स्तोत्रों का नियमित रूप से पाठ कर सकते हैं.
ऐसा करने से आपको शनि और अन्य ग्रहों के अशुभ प्रभाव से छुटकारा मिल सकता है. आपके जीवन में सुख-समृद्धि का वास होगा और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. यहां कुछ अन्य उपाय दिए गए हैं जो ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं:
दान करना
ज्योतिष में दान को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए दान करना एक अच्छा उपाय है. दान करने से ग्रहों को प्रसन्न किया जा सकता है और उनके शुभ प्रभावों को बढ़ाया जा सकता है.
पूजा-पाठ करना
पूजा-पाठ करने से भी ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है. ग्रहों की शांति के लिए विशेष पूजा-पाठ किए जा सकते हैं.
तीर्थ यात्रा करना
तीर्थ यात्रा करना भी ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने का एक अच्छा उपाय है. ग्रहों की शांति के लिए विशेष तीर्थ यात्राएं की जा सकती हैं. अगर आप किसी ज्योतिषी से सलाह लेना चाहते हैं, तो आप किसी अनुभवी ज्योतिषी से संपर्क कर सकते हैं. ज्योतिषी आपकी कुंडली का अध्ययन करके आपको ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कुछ विशेष उपाय बता सकते हैं.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847