Bihar Weather Report: बिहार में ठंड बढ़ी हुई है. प्रदेश के अधिकतर जिलों में ठंड अपने सख्त तेवर दिखा रहा है. राजधानी पटना समेत कई जिलों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा है. पिछले दो दिनों से कई जिलों में कोल्ड डे तो कई जिलों में सिवियर कोल्ड डे के हालात बने हुए हैं. भागलपुर में रविवार को 5 डिग्री तो सोमवार को 6 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. बांका में पारा लुढ़क कर 7 डिग्री तक जा पहुंचा तो मुंगेर का न्यूनतम पारा सोमवार को 8 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं मौसम विभाग की ओर से जानकारी मिली है कि किस तारीख से ठंड के तेवर नरम हो सकते हैं और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
भागलपुर जिले में सोमवार को भी कड़ाके की ठंड जारी रहा. सर्द पछिया हवा चलने से ठंड का असर और बढ़ गया है. दिन में कभी भी सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए. जिस वजह से लोग घरों में ही दुबके रहे. दिन का अधिकतम तापमान रविवार की तुलना में एक डिग्री होकर 16.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस रहा. शीतलहर से बचाव के लिए कई घरों में पूरे दिन अलाव जलता देखा गया. मकर संक्रांति के दिन घरों की साफ-सफाई के दौरान गृहिणियां ठंड में परेशान रहीं. कंपकंपाती ठंड से जनजीवन प्रभावित रहा. ठिठुरन बढ़ने के कारण पशुपालक अपने मवेशियों की देखभाल में व्यस्त रहे.
बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि 16 जनवरी को भागलपुर में तापमान में कमी बरकरार रहने का पूर्वानुमान है. सुबह में कोहरा रहेगा, दिन में हल्की धूप निकल सकती है. इस दौरान सर्द पछिया हवा चलती रहेगी. 17 जनवरी से अधिकतम तापमान में हल्की वृद्धि का अनुमान है. किसानों को सलाह दिया जाता है कि गेहूं की फसल में तेज हवा में किसी भी प्रकार का छिड़काव करने से बचें. सब्जियों में आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें. इस मौसम में आलू की फसल में पिछैती झुलसा रोग लगने की आशंका रहती है. किसानों को सलाह दिया जाता है कि फसल का लगातार निरीक्षण करते रहें.
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बांका जिले में लगातार कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सोमवार को भी न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट देखी गयी है. इस दौरान न्यूनतम तापमान सात डिग्री के नीचे व आसपास बनी रही. जबकि, उच्चतम तापमान 20-21 डिग्री के बीच थी. बढ़ती ठंड को लेकर लोग परहेज कर रहे हैं. सड़कों पर भी लोगों का निकलना पूर्व के वनिस्पत कम देखी जा रही है. बीते दिनों धूप की भी गुंजाईश काफी कम थी. छिट-पुट धूप खिली थी. लेकिन, इसमें किसी प्रकार का तेज नहीं था. वहीं हवा चलने से शीतलहरी में भी व्यापक रुप से बढ़ोत्तरी महसूस की गयी है. शीतलहरी की वजह से ठंड का एहसास खूब हुआ. वहीं दूसरी ओर सुबह से दिनभर कोहरा भी छाया रहा है. इस वजह से विजिबिलिटी भी कम थी. इस वजह से वाहन परिचालन में चालकों को पेशानी हुई. ठंड का असर मकर संक्रांति पर भी पड़ा. नदी, सरोवर व अन्य धार्मिक स्थल के समीप बने जल-स्त्रोत में स्नान करने कुछ कम लोग पहुंचे. वहीं बढ़ती ठंड की वजह से बुजुर्ग व बच्चों की भी परेशानी बढ़ गयी है. साथ ही बीपी, शुगर, अस्थमा व हार्ट मरीज भी सचेत हो गये हैं.
पूरा मुंगेर जिला हाड़ कंपा देने वाली ठंड और शीतलहर की चपेट में है. कड़ाके की ठंड ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. कोहरा और पछुआ हवा चलने के कारण लोग घरों में दुबके रहे. बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सरकारी दफ्तर और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही अन्य दिनों की अपेक्षा कम देखने को मिली है. सुबह के समय सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आये. इधर शीतलहर के कारण जिलाधिकारी ने एक बार पुन: वर्ग अष्टम तक की पढ़ाई बंद रखने की तारीख 16 से बढ़ा कर 20 जनवरी कर दिया है.
मुंगेर व आसपास के क्षेत्र में सोमवार की सुबह कोहरा छाया रहा. जबकि पछुआ हवा चलती रही. अपराह्न 12 बजे तक सूर्य ने दर्शन भी नहीं दिया. जिसके कारण हांड़ कंपा देनी वाली ठंड से लोग कंपकपाते रहे. दोपहर में हल्की धूप निकली, लेकिन पछुआ चलने के कारण वह पूरी तरह से बेअसर रहा. अपराह्न 2 बजे के बाद सूर्य को बादल ने अपने आगोश में ले लिया. ठंड से बचने के लिए अलाव, गर्म भोजना, गर्म कपड़े, रूम हीटर आदि उपायों से लोग ठंड से बचने का प्रयास करते रहे. सोमवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रही. मौसम विभाग की माने तो मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहेंगी. जबकि लगातार पछुआ हवा चलता रहेगा. आसमान में आंशिक रूप से बादल भी छाया रहेगा. यानी मंगलवार को भी किसी प्रकार से ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.