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लाल सागर में नहीं थम रहे हूती विद्रोहियों के हमले, विश्व व्यापार पर खतरा, माल ढुलाई 600 प्रतिशत महंगी

लाल सागर में संकट पैदा होने से समुद्री मार्ग से माल ढुलाई की दरें 600 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं जिससे विश्व व्यापार को नुकसान होगा. भारतीय निर्यातकों ने यह आशंका जताते हुए कहा है कि सरकार को वैश्विक स्तर की अपनी खुद की शिपिंग लाइन शुरू करनी चाहिए.

लाल सागर में हूती विद्रोहियों का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है. दूसरी ओर इस संकट के बाद विश्व व्यापार पर भी खतरा मंडराने लगा है. समुद्री मार्ग से माल ढुलाई की दरें 600 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं.

माल्टा के ध्वज लगे पोत पर मंगलवार को मिसाइल से हमला

लाल सागर में माल्टा के ध्वज लगे पोत पर मंगलवार को मिसाइल से हमला किया गया जिसमें जहाज क्षतिग्रस्त हो गया. यूनान के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हमले की किसी भी समूह ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इसका शक यमन के हूती विद्रोहियों पर गया है. यूनान के जहाजरानी एवं द्वीप नीति मंत्रालय ने कहा कि ‘जोग्राफिया’ नामक पोत उत्तर से स्वेज नहर की ओर जा रहा था तभी इसपर हमला किया गया. मंत्रालय ने कहा कि पोत पर कोई सामान नहीं था और यह क्षतिग्रस्त हुआ है. इसके चालक दल में यूक्रेन के 20, फिलीपीन के तीन और जॉर्जिया का एक नागरिक शामिल है.

लाल सागर संकट से ढुलाई दरें 600 प्रतिशत तक बढ़ी, भारतीय शिपिंग लाइन जरूरी

लाल सागर में संकट पैदा होने से समुद्री मार्ग से माल ढुलाई की दरें 600 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं जिससे विश्व व्यापार को नुकसान होगा. भारतीय निर्यातकों ने यह आशंका जताते हुए कहा है कि सरकार को वैश्विक स्तर की अपनी खुद की शिपिंग लाइन शुरू करनी चाहिए. भारतीय निर्यातकों के संगठन फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने मंगलवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आयोजित व्यापार बोर्ड (बीओटी) की बैठक में माल ढुलाई वृद्धि के मुद्दे को उठाया. सहाय ने कहा, यह एक गंभीर मुद्दा है और यह समस्या विभिन्न देशों में मुद्रास्फीति को बढ़ाने के अलावा वस्तुओं की वैश्विक मांग को नुकसान पहुंचाएगी.

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लाल सागर में हूती विद्रोहियों ने किए कई हमले

लाल सागर और भूमध्य सागर को हिंद महासागर से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण मार्ग बाब-अल-मंडेब जलडमरूमध्य के आसपास हूती विद्रोहियों ने कई हमले किए हैं जिससे इस मार्ग से होने वाले समुद्री व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ा है. संभावित हमलों से बचने के लिए जहाजों को अफ्रीका के दक्षिणी सिरे केप ऑफ गुड होप से होकर गुजरना पड़ रहा है. इससे माल पहुंचने में लगभग 14-20 दिन की देरी हो रही है और ढुलाई के साथ बीमा लागत भी बढ़ गई है. सहाय ने कहा, कुछ स्थानों पर माल ढुलाई दरें 600 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. ऐसी स्थिति में हम वैश्विक ख्याति वाली भारतीय शिपिंग लाइन विकसित करने का अनुरोध करते हैं.

भारत के आसपास पोतों पर हमले गंभीर चिंता का विषय : जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत के आसपास पोतों पर हमलों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय बताते हुए सोमवार को कहा था कि ऐसे खतरों का भारत की ऊर्जा जरूरतों और आर्थिक हितों पर सीधा असर पड़ता है.

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