ठंड से अभी कुछ दिनों तक राहत नहीं मिलने वाली है. मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 3.2 गिरावट के साथ 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से नौ डिग्री कम है़ हालांकि, न्यूनतम तापमान में 2.7 डिग्री की वृद्धि हुई और वह 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. लेकिन अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मात्र तीन डिग्री सेल्सियस अंतर होने से पूरे कनकनी रही़
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मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी बांग्लादेश के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. वहीं निम्न क्षोभ मंडल में पूर्वा हवा का प्रवाह भी शुरू हुआ है. इसके कारण मौसम में परिवर्तन की संभावना है. 17 जनवरी को राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है. फिर 19 जनवरी के बाद से तापमान में वृद्धि दर्ज की जायेगी.
घने धुंध के कारण मंगलवार को पटना आने व जाने वाली चार जोड़ी फ्लाइटें रद्द रहीं. इनमें दिल्ली से सुबह 10:10 बजे आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6इ2769 थी. इसके अलावा शाम 7:40 बजे दिल्ली से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6इ2695, शाम 7:25 बजे इंडिगो की बेंगलुरु से आने वाली फ्लाइट 6इ6451 और रात 8:45 बजे दिल्ली से आने वाली इंडिगो की आखिरी फ्लाइट 6इ2482 भी रद्द करनी पड़ी. इसके साथ ही 12 जोड़ी विमान देर से आये गये. सुबह 10:20 बजे दिल्ली से आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी8721 नौ घंटे 26 मिनट देर से शाम 7:46 बजे आयी. कोलकाता से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6इ632 एक घंटा 16 मिनट की देरी से और बेंगलुरु से आने वाली फ्लाइट 6इ255 एक घंटा 15 मिनट देरी से आयी व गयी.
कुहासा और बाराबंकी- अयोध्या के बीच एनआइ कार्य के कारण दिल्ली से आने वाली तेजस राजधानी सहित डेढ़ दर्जन ट्रेनें काफी देरी से पटना जंक्शन पहुंचीं. खास बात यह है कि देश सबसे प्रीमियर ट्रेन तेजस राजधानी लगातार छठे दिन लेट रही. मंगलवार को यह 13 घंटे की देरी से जंक्शन पहुंची. इससे एक दिन पूर्व 17 घंटे विलंब से आयी थी. इसी तरह श्रमजीवी एक्सप्रेस दो और मगध एक्सप्रेस 10 घंटे, विक्रमशिला 12 घंटे, ब्रह्मपुत्र मेल छह घंटे, इस्लामपुर- हटिया 10 घंटे, गरीब रथ तीन घंटे, संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस 12 घंटे, हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक घंटे 30 मिनट की देरी से जंक्शन पहुंची.
यात्रियों का कहना है कि एक ओर जहां कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन कर चलाया जा रहा है, तो कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. उससे यात्रियों को दोहरी परेशानी उठानी पड़ रही है. एक दिन बाद ट्रेन चलने से रात में स्टेशन पर रुकना पड़ रहा है
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिले में 211 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है. पटना नगर निगम द्वारा अलग-अलग जगहों पर बनाये गये 23 स्थायी व अस्थायी रैन बसेरा में अब तक 15,240 लोगों ने आश्रय लिया है. वहीं, जरूरतमंदों के बीच कंबल बांटने के लिए पंचायतों में 4635 कंबल उपलब्ध कराये गये. डीएम ने जिला आपदा प्रबंधन को आवश्यकतानुसार अलाव के इंतजाम करने का निर्देश दिया है, ताकि ठंड से लोगों को राहत मिले.