पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बृहस्पतिवार को स्कूलों में भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में कोलकाता और उसके आसपास सात स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की. ईडी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार घोटाले में कथित तौर पर ‘‘बिचौलिए के रूप में काम करने वाले’’ प्रसन्ना रॉय व अन्य लोगों के आवासों और कार्यालयों पर छापे मारे जा रहे हैं. ईडी के अधिकारी ने बताया ये बिचौलिये धन इकट्ठा करते थे और इसे विभिन्न ठिकानों पर स्थानांतरित करते थे. हम उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए आवासों और कार्यालयों पर छापेमारी कर रहे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में केंद्रीय बलों के साथ ईडी अधिकारियों ने कोलकाता के न्यू टाउन और नयाबाद में छापेमारी अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा कि कथित बिचौलियों के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक प्रसन्ना के पास इस आलीशान आवास में एक फ्लैट है. ईडी सूत्रों के मुताबिक वहां प्रसन्ना का दफ्तर था. न्यूटाउन में दो और नयाबाद में एक जगह की भी तलाशी ली जा रही है.
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प्रसन्ना के अलावा ईडी ने उनके पूर्व सहायक प्रदीप सिंह के घर पर भी छापेमारी की. सीबीआई ने पहले दावा किया था कि प्रदीप भर्ती मामले में गिरफ्तार एक अन्य व्यक्ति शांतिप्रसाद सिन्हा के संपर्क में था. प्रदीप के घर के अलावा ईडी जांचकर्ताओं ने नयाबाद इलाके में रोहित झा नाम के ट्रांसपोर्ट कारोबारी के घर पर भी छापेमारी की. हालांकि ईडी के अधिकारी अभी तक प्रसन्ना के दफ्तर में दाखिल नहीं हो सके हैं. वे चाबी का इंतजार कर रहे हैं.
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पूर्व एसएससी भर्ती सलाहकार समिति प्रमुख शांतिप्रसाद सिन्हा इस प्रसन्ना राॅय के ‘करीबी’ थे. यह भी कहा गया था कि भर्ती भ्रष्टाचार की जांच के दौरान वह राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के संपर्क में थे. भर्ती भ्रष्टाचार से जुड़े दो मामलों की जांच के दौरान सीबीआई को उनका नाम मिला. ग्रुप डी भर्ती मामले और नौवीं-दसवीं शिक्षक भर्ती मामले में आरोपी प्रसन्ना को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. हालांकि गिरफ्तार होने के बावजूद प्रसन्ना के खिलाफ मुकदमा आज तक शुरू नहीं हुआ है. आरोप पत्र जारी होने के बाद एक निश्चित अवधि बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर प्रसन्ना ने इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कई शर्तों के साथ सीबीआई मामले में जमानत दे दी. लेकिन ईडी सूत्रों के मुताबिक प्रसन्ना कई व्यवसायों से जुड़े हुए हैं. सूत्र के मुताबिक प्रसन्ना और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर कई संपत्तियां हैं.