देवघर : जसीडीह के घोरलास-गोविंदपुर गांव में मिन्नी देवी व उसके 10 वर्षीय पुत्र की गला दबाकर हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है. हर कोई इस दिल दहलाने वाली घटना सुनकर सन्न रह गया. जिस घर में घटना हुई है उसमें मुख्य दरवाजे व छत होकर सिढ़ी घर के दरवाजे को छोड़ घर में प्रवेश करने का दूसरा कोई रास्ता नहीं है. सीढ़ी घर का दरवाजा अंदर से बंद था व मां-बेटे की हत्या कर फरार होने वाले बदमाशों द्वारा मुख्य गेट को सटाकर छोड़ दिया गया था. इस घटना की भनक आसपास के लोगों को भी नहीं लगी. ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि मिन्नी से किसी बहाने हत्यारों ने उसके घर के मुख्य दरवाजे को खुलवा लिया व वारदात को अंजाम देकर दरवाजे को सटाकर भाग निकले, ताकि किसी को कोई शंका नहीं हो. पुलिस इस बिंदु पर भी आशंका जता रही है कि हत्यारे कोई परिचित व करीबी भी हो सकते हैं. हालांकि इस मामले में पुलिस के कोई भी अधिकारी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं शेयर कर रहे. हत्यारों ने मिन्नी के बेटे की हत्या कर शव को पलंग पर गद्दे से ढंक कर छोड़ दिया था. पड़ोसियों ने बताया कि मिन्नी का बेटा ट्यूशन नहीं गया, तो उसके शिक्षक उसे खोजने के लिए घर पर आये. उन्होंने सटे हुए दरवाजे को खोला, तो देखा कि दरवाजे के बगल में सीढ़ी के पास मिन्नी गिरी पड़ी थी. यह देख ट्यूशन शिक्षक पीछे हटे व आसपास के लोगों को जानकारी दिया. सूचना मिलते ही मृतका के भैंसुर सहित अन्य परिजन व पड़ोसी उसके घर पहुंचे. मिन्नी को मृत देख वे लोग उसके बेटे को खोजने लगे. उसी क्रम में देखा कि पलंग पर गद्दे से कुछ ढंका हुआ है. गद्दे को हटाने पर मिन्नी के बेटे को भी लोगों ने मृत पाया. वहीं पलंग के सामने अलमारी के सामान नीचे बिखरे पड़े थे और चाबी अलमारी में लटक रहा था. पड़ोसियों ने बताया कि ग्रुप से लोन दिलाने के लिए अलमारी में मिन्नी रुपये रखती थी और लोन के एवज में लोगों से गारंटी के तौर पर सोने-चांदी के आभूषण लेकर भी वह अलमारी में रखती थी. घटना की सूचना पाकर मृतका के पति भोलानाथ राय घर पहुंचे, तो ग्रुप के हिसाब लिखी डायरी व पत्नी का मोबाइल भी गायब पाया. ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि हत्यारे उसके अलमारी से रुपये व जेवरात सहित हिसाब लिखी डायरी ले भागे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस यह नहीं मान रही कि मिन्नी व उसके बेटे की हत्या लूटपाट की नीयत से अपराधियों ने की होगी. पुलिस का मानना है कि मिन्नी व उसके बेटे की हत्या का कारण कुछ अन्य ही रहा होगा. घटनास्थल से मिले साक्ष्य व तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
बेटी घर में होती, तो उसे भी नहीं छोड़ते अपराधी
घटना की सूचना पाकर पहुंचे मिन्नी के मायके वालों ने बताया कि उसकी बेटी को करीब तीन साल की उम्र से ही मामा घर में रखकर वे लोग पढ़ा रहे हैं. मिन्नी की पुत्री की उम्र करीब 13 साल होगी, जो मामा घर में रहकर करौं के एक प्राइवेट स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ रही है. अगर बेटी घर में रहती तो शायद अपराधी उसकी भी जान ले लेते. मामा घर में रहने के वजह से ही मिन्नी की बेटी की जान बच गयी.
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