नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिर एकबार बने हैं और पार्टी की कमान थामने के बाद अब उन्होंने नयी टीम भी तैयार कर दी है जो जदयू संगठन का काम संभालेगी. आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब नयी उर्जा के साथ जदयू की ये टीम काम करेगी और संगठन को मजबूती देगी. राज्यसभा के सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह को जदयू ने पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया है जबकि केसी त्यागी राजनीति सलाहकार व प्रवक्ता की भूमिका निभाएंगे.
नीतीश कुमार के द्वारा तैयार की गयी जदयू की नयी टीम में कोषाध्यक्ष की जिम्मेवारी लोकसभा सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन को दी गयी है. जबकि कुल 11 महासचिव (General Secretary) का चयन नीतीश कुमार ने किया है. इनमें राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल, बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी, एमएलसी अफाक अहमद खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री राम सेवक सिंह, पूर्व राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन, एमएलसी कपिल हरीशचंद्र पाटिल, राज सिंह मान और पूर्व विधायक सुनील कुमार उर्फ इंजीनियर सुनील शामिल हैं.
पूर्व विधायक राजीब रंजन को प्रवक्ता बनाया गया है जबकि सचिव पद की जिम्मेवारी 6 नेता निभाएंगे. इनमें पूर्व विधायक विद्यासागर निषाद, राजीव रंजन प्रसाद, अनूप पटेल, दयानंद राय, संजय कुमार और मो. निसार शामिल हैं. इन सभी नेताओं को जदयू का सेक्रेटरी बनाया गया है.
Also Read: नीतीश कुमार से सीएम हाउस जाकर मिले लालू यादव और तेजस्वी, जानिए तीनों के बीच क्या हुई बातचीत..
बता दें कि बिहार में सियासी समीकरण अब बदल चुके हैं. जदयू ने एनडीए से खुद को अलग करके महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनायी है. वहीं लोकसभा चुनाव के ठीक पहले जदयू संगठन में बड़ा फेरबदल हुआ और ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया. सर्वसम्मति से एकबार फिर से नीतीश कुमार पार्टी के अध्यक्ष बनाए गए. वहीं अब नीतीश कुमार ने अपनी नयी टीम चुन ली है जो पार्टी संगठन का कामकाज देखेगी.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी अब सभी दलों ने तेज कर दी है. भाजपा को केंद्र की सत्ता से दूर रखने के लिए नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन तैयार हुआ है. विपक्षी दलों के नेता एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. बिहार में 40 लोकसभा सीटों पर घमासान होना है. राजद, कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर जदयू चुनावी मैदान में उतरेगी. वहीं नीतीश कुमार को जदयू हमेसा अपना सर्वमान्य नेता मानती है. उनके फैसले ही माने जाते हैं. लेकिन अब पार्टी ने आधिकारिक रूप से उन्हें जदयू की कमान सौंप दी है. पार्टी से जुड़े तमाम नीतिगत फैसले नीतीश कुमार ही अब लेते हैं.