गोड्डा जिले में अभी पछुआ हवा का प्रकोप जारी रहेगा. पछुआ हवा के कारण ही जिले के न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. मंगलवार की सुबह जिले का सबसे न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस अंकित किया गया, जो अब तक सबसे न्यूनतम तापमान रहा. हालांकि धूप निकलने के बाद अधिकतम तापमान बढ गया, जिसके कारण लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं दिन का अधिकतम तापमान 15 से तीन अंक बढ़कर 18.5 डिग्री सेल्सियस हो गया है. मंगलवार को धूप निकलने से जिलेवासियों को थोड़ी राहत मिली. लोगों ने धूप का जमकर आनंद उठाया. मौसम वैज्ञानिक के अनुसार जिले में अभी पछुआ हवा जारी रहेगा. इसके कारण ही आने वाले दिनों में कनकनी बढ सकती है. इसमें उतार-चढ़ाव है. इस बार ठंड ज्यादा दिनों तक रहेगा. बताया कि सुबह के समय दिन की शुरूआत घने से मध्यम दर्जे के कोहरे के साथ होगी. वहीं रात का तापमान अचानक से गिर जाएगा. इसके कारण कनकनी बढ़ जाएगी. बताया कि उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ में चक्रवातीय परिसंचरण का केंद्र बना हुआ है. इसके कारण अभी जिले में घने कोहरे का प्रकोप बना रहेगा. साथ ही न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी. बताया कि जिले में भी लगातार ठंड में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. ठंड में राहत मिलने के बाद भी अचानक से ठंड में बढ़ोत्तरी दर्ज की जाएगी.
गोड्डा सदर प्रखंड के अमलो पंचायत भवन में आत्मा कार्यालय गोड्डा की ओर से तीन दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रखंड तकनीकी प्रबंधक शैलेंद्र कुमार ने किसानों को बताया कि रासायनिक खाद एवं रासायनिक दवा का उपयोग करने से मिट्टी, पर्यावरण, मानव और पशु आदि के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. किसानों को कार्बनिक खाद एवं कंपोस्ट का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने की सलाह दी गयी. बताया कि इससे मिट्टी, जलवायु, मनुष्य एवं पशु का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. बीआरपी रिंकू देवी ने अग्नि अस्त्र, बीज अमृत, जीवामृत, ब्रह्मास्त्र कीटनाशक, नीमस्त्र बनाने की विधि किसानों को विस्तार पूर्वक बतायी गयी. इस दौरान प्राकृतिक एवं जैविक खेती की भी जानकारी दी गयी. एग्री क्लीनिक सेंटर गोड्डा के प्रखंड समन्वयक शशिकांत कुमार ने मिट्टी जांच के बारे में विस्तार पूर्वक बताया. मौके पर मुखिया राघव मिश्रा सहित प्रमोद यादव, नजम, महेश यादव, गोपाल यादव, फूल कुमारी इत्यादि समेत सैकड़ों किसान उपस्थित रहे.