कई महिलाएं ऐसा मानती हैं कि पीरियड्स में चॉकलेट खाने से उन्हें दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है. चॉकलेट उन फूड आइटम्स में से एक है, जिसे महिलाएं पीरियड्स के दौरान खाना सबसे ज्यादा पसदं करती हैं. ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान काफी ज्यादा दर्द का एहसास होता है. पेट, कमर और जांघों में होने वाले दर्द इतने ज्यादा होते हैं कि पूरा शरीर अकड़ जाता है. कुछ महिलाएं दर्द से छुटकारा पाने के लिए पीरियड्स पेन किलर टेबलेट तक का इस्तेमाल करती हैं, जबकि कुछ महिलाएं चॉकलेट का सहारा लेती हैं. चॉकलेट में कोकोआ बीन्स होते हैं, जो फ्लेवोनोइड्स का एक अच्छा सोर्स है.
चॉकलेट, विशेष रूप से डार्क चॉकलेट में ऐसे यौगिक होते हैं जो मस्तिष्क में एंडोर्फिन के स्राव को गति प्रदान कर सकते हैं. एंडोर्फिन न्यूरोट्रांसमीटर हैं जिन्हें “फील-गुड” रसायन के रूप में जाना जाता है, और उनकी रिहाई बेहतर मूड और कल्याण की भावना में योगदान कर सकती है. मासिक धर्म के दौरान, जब हार्मोनल उतार-चढ़ाव से मूड में बदलाव और चिड़चिड़ापन हो सकता है, चॉकलेट के सेवन से प्रेरित सुखद अनुभूति एक स्वागत योग्य भावनात्मक बढ़ावा प्रदान कर सकती है.पीरियड्स के दौरान पसंदीदा खाना खाने की क्रेविंग होना नॉर्मल बात है. पीरियड्स के दौरान प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन का प्रोडक्शन कम हो जाता है, जिससे पसंदीदा फूड आइटम्स के लिए क्रेविंग बढ़ जाती है.
डार्क चॉकलेट पीरियड्स के लिए एक अच्छी चॉकलेट समझी जाती है. इसमें जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. महिलाओं में पीरियड्स से ठीक पहले इन्हें खाने की इच्छा पैदा होती है. पीरियड्स के दौरान भी वो इन्हें खाना पसंद करती हैं.
Also Read: पहले ट्राइमेस्टर में सबसे अधिक होता है गर्भपात का खतरा, जानें क्यों होते हैं शुरुआती तीन महीने सबसे रिस्कीचॉकलेट पीरियड्स के दौरान महिलाओ में पैदा होने वाले तनाव को कम करता है.
पीरियड्स के कारण होने वाले दर्द की वजह से घर के काम या अन्य कार्यों को करने में कठिनाई महसूस होती है.
चॉकलेट, कोर्टिसोल के लेवल को कम करती है, जो एक तनाव पैदा करने वाला हार्मोन है.
चॉकलेट पीरियड क्रैम्प्स की समस्या को दूर करने में मददगार है.
कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द होता है.
चॉकलेट उन क्रैम्प्स का सबसे अच्छा सॉल्यूशन है.
डार्क चॉकलेट में फिनोल और फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं.
साथ ही साथ कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, ओमेगा-3 और 6 की कुछ मात्रा और मैग्नीशियम जैसे- मिनरल्स होते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.