देवघर : इस बार ठंड अधिक होने के कारण इसका असर बाबा मंदिर पर भी दिख रहा है. मंदिर का पट जब सुबह चार बजे खुलता है,तब चालीस से पचास की संख्या में पुरोहित समाज से लोग पहुंच रहे हैं, और काचाजल में शामिल हो रहे हैं, वहीं पांच बजे ये संख्या सौ से दो सौ तक ही देखी जा रही है. घने कुहासे में बाबा ,पार्वती एवं काली मंदिर को छोड़ अन्य मंदिरों में भक्तों को कम ही जाते देखा जा रहा है. इस तरह दिन के दस बजे तक हो रहा है,लेकिन धूप खिलने के बाद मंदिर में भक्तों की संख्या में कुछ बढ़ोतरी देखी जा रही है,वो भी आए भक्त संकल्प एवं अनुष्ठान कराने के लिए धूप में ही बैठे दिख रहे हैं. इन दिनों मुंडन एवं रुद्राभिषेक कराने वाले लोगों की संख्या भी कम हो रही है. पट बंद होने तक पचास लोग भी मुंडन आदी कराते नहीं दिख रहे हैं. पट बंद होने तक तीन से चार हजार लोग पूजा कर रहे हैं, इसमें स्थानीय की संख्या करीब डेढ़ हजार है. जिसमें कि ये लोग हर दिन मंदिर आते हैं.
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर बाबा मंदिर परिसर स्थित राम मंदिर में भी विशेष पूजा का आयोजन किया गया था. फलहारी परिवार की ओर से राम दरबार की भव्य शृंगार पूजा की गयी. भगवान राम को रेशम का वस्त्र अर्पित करने के साथ-साथ फूलों से शृंगार कर केसर युक्त चंदन आदि चढ़ाने के बाद भगवान को मावा, मोहनभोग, कई तरह के फल आदि छप्पनभोग में अर्पित किया गया. पूजा को सफल बनाने में भुवनेश्वर फलहारी, रामू फलहारी, विकास फलहारी, आशीष फलहारी, आदित्य फलहारी, सुनील फलहारी आदि लगे रहे.
Also Read: देवघर एम्स में खुलेगा आयुष अस्पताल, आठ विभाग के डॉक्टर करेंगे इलाज