दुमका : सरैयाहाट प्रखंड में अज्ञात बीमारी से कबूतरों की मौत का मामला सामने आने से लोग दहशत में है. जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों में सैकड़ों कबूतरों की मौत हो चुकी है.कबूतरों की मौत कैसे हो रही है इसके बारे में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.मरने वाले सभी कबूतरों में एक ही लक्षण दिखाई दे रहे हैं. पतला बीट के बाद कबूतर जमीन पर धड़ाम से गिर पड़ते हैं. इसके बाद तड़प तड़प कर मौत हो जाती है. बुधवार को सरैयाहाट स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप दर्जनों मरे हुए कबूतर देखें गये. स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा इसकी जानकारी प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी को दी गयी. इस संबंध में प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी से जानकारी लेने के लिए संपर्क का प्रयास किया गया. लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
दुमका के सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के सभागार में एसकेएमयू और आयकर विभाग धनबाद के संयुक्त तत्वावधान में श्रोत पर टीडीएस विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता प्रभारी कुलपति प्रो डॉ बिमल प्रसाद सिंह ने की. कार्यशाला में एसकेएमयू के सभी अंगीभूत व मॉडल कॉलेज के प्राचार्य, लेखाकार और बर्सर शामिल हुए. सेमिनार का आरंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ बिनय कुमार सिन्हा के स्वागत भाषण के साथ शुरू हुआ. प्रभारी कुलपति प्रो डॉ बिमल प्रसाद सिंह ने कार्यशाला का विषय प्रवेश कराते हुए इस आयोजन की महत्ता से सभी को परिचित कराया और कहा कि इस कार्यशाला के बाद आप सभी टीडीएस व टीडीएस कटौती संबंधित व्यवहारिक पहलुओं को समझ पायेंगे. कार्यशाला में आयकर विभाग धनबाद के डीसीआइटी इंद्रजीत रविदास, आइटीओ राजीव रंजन झा और बिनोद कुमार पाठक बतौर एक्सपर्ट शामिल हुए. आयकर विभाग धनबाद से आये आयकर पदाधिकरियों ने श्रोत पर कर की कटौती के विभिन्न व्यवहारिक पहलुओं पर बात करते हुए टीडीएस कटौती संबंधित व्यवहारिक समस्याओं पर विस्तार से बात की और सभी कॉलेज के प्राचार्य, लेखाकार और बर्सर से आयकर अधिनियम में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार टीडीएस कटौती करने की सलाह दी. कार्यशाला के सूत्रधार विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी डॉ डी एन गोराय रहे. एकाउंटेंट परिमल कुंदन, वित्त शाखा के रंजन, प्रदीप पंडित, मनीष आदि के सहयोग से यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ.
Also Read: आज सीएम हेमंत सोरेन आयेंगे दुमका, गणतंत्र दिवस पर कल करेंगे झंडोत्तोलन