राजधानी लखनऊ में 10वीं के छात्र ने मोबाइल गेमिंग में 10 हजार रुपए हारने पर पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली. परिजनों ने गंभीर हालत में उसको सिविल हॉस्पिटल में सोमवार सुबह भर्ती कराया था. लेकिन 2 दिन दर्द से तड़पने के बाद बुधवार की सुबह छात्र की मौत हो गई. 17 वर्षीय छात्र शिवा कश्यप ने मोबाइल गेम खेलने के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से रुपए उधार लिए थे. सूचना पर पहुंची पुलिस को इस मामले में छानबीन करने पर एक और कहानी भी सामने आयी है. पड़ोसियों का कहना है कि शिवा को उसके पिता ने एक दिन पहले पीटा था. चर्चा थी कि उनके एक रिश्तेदार का मोबाइल गायब हो गया था. दरअसल, बंथरा इलाके में रहने वाले बृजेश कश्यप सिक्योरिटी गार्ड हैं. उनका बेटा शिवा हाईस्कूल का छात्र था. उसने पिता से पढ़ाई करने के नाम पर स्मार्टफोन खरीदवाया था. शिवा उससे ऑनलाइन गेम खेलता था. साथ ही मोहल्ले के लड़कों के साथ शर्त लगाकर गेम खेलता था. चचेरे भाई अनुभव ने बताया कि शिवा मोबाइल गेम की हार-जीत की बाजी लगाकर कुछ हजार रुपए हार गया था. परिचितों से करीब दस हजार रुपए से ज्यादा उधार ले रखा था. कुछ दिन पहले शिवा ने इसी उधार को चुकाने के लिए अपने चचेरे-ममेरे भाइयों से मदद भी मांगी थी. लेकिन रुपयों का इंतजाम नहीं हो सका था.
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अनुभव के मुताबिक सोमवार की सुबह में शिवा घर से अचानक बाहर आया. उसने अपने पापा की बाइक से पेट्रोल निकाला फिर खुद पर उड़ेलने लगा. चीख-पुकार की आवाज सुनकर परिजन बाहर आए तो आग की लपटों के बीच शिवा को देखकर दहल गए. किसी तरह से शिवा के कपड़ों की आग बुझाई. फिर उसको लेकर सिविल हॉस्पिटल पहुंचे. यहां उसको बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के मुताबिक शिवा करीब 60% झुलस गया था. बृजेश कुमार के पड़ोसियों से पुलिस पूछताछ में एक और कहानी भी सामने आयी. इसमें शिवा के एक रिश्तेदार का मोबाइल फोन गायब हो गया था. जिसको लेकर पिता ने उसको पीट दिया था. इसके बाद ही शिवा ने खुद को आग लगा ली थी. वहीं इंस्पेक्टर हेमंत राघव ने बताया कि छात्र के आग लगाकर खुदकुशी करने की जानकारी परिवार ने नहीं दी है. घटना के विषय में जानकारी की जा रही है. जांच के आधार पर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी.