भारत और इंग्लैंड के बीच हैदराबाद में चल रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड पर 190 रनों की बढ़त हासिल कर ली. भारतीय पारी तीसरे दिन के पहले सत्र में 436 के स्कोर पर खत्म हो गई, लेकिन जब तक टीम ने मेहमान पर 190 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी.
भारत की ओर से तीन बल्लेबाजों ने 80 रन के आंकड़े को पार किया. हालांकि तीनों में से कोई भी अपनी पारी को शतक में नहीं बदल पाए. सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायवाल ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई और 80 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली.
कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल सस्ते में आउट हो गए, लेकिन फिर मध्यक्रम के बल्लेबाज केएल राहुल ने एक छोर थामा और टीम के लिए महत्वपूर्ण 86 रनों की पारी खेली. श्रेयस अय्यर ने दूसरे छोर पर उनका साथ दिया और 35 रनों की पारी खेली.
उसके बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने टीम के लिए 87 रन जोड़े. तीसरे दिन जडेजा का विकेट गिरा तब अक्षर पटेल 44 रन पर खेल रहे थे. लेकिन अक्षर अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पाए. जसप्रीत बुमराह शून्य पर आउट हुए. सिराज बिना खाता खोले नाबाद रहे.
पहले ही सत्र में इंग्लैंड की दूसरी पारी शुरू हो गई है. जैक क्राउली और बेन डकेट सलामी बल्लेबाज के रूप में क्रीज पर मौजूद हैं. दोनों के अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाने का प्रयास करेंगे, जबकि भारतीय गेंदबाजों को विकेट की तलाश होगी.
भारत ने रात के सात विकेट पर 421 रन के स्कोर से आगे खेलते हुए रवींद्र जडेजा (87 रन) और अक्षर पटेल (44 रन) के बीच आठवें विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी करके मेहमान टीम पर पहली पारी में 190 रन की बड़ी बढ़त दिला दी.
इंग्लैंड के लिए जो रूट सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे जिन्होंने 79 रन देकर चार विकेट चटकाए. जबकि टॉम हार्टले (2/131) और रेहान अहमद (2/105) ने दो-दो विकेट चटकाए. पहले सत्र में ही भारत के तीन विकेट गिरे. जडेजा शतक से चूक गए.
भारत ने दूसरे दिन स्टंप तक सात विकेट पर 421 रन बनाकर इंग्लैंड के खिलाफ 175 रन की बढ़त हासिल कर ली थी. जडेजा ने सही समय पर जोखिम लेकर रन जुटाने की काबिलियत से राहुल के साथ पांचवें विकेट के लिए महज 75 गेंद में 65 रन और केएस भरत (41 रन) के साथ छठे विकेट के लिए 68 की साझेदारी की.
दूसरे दिन सुबह एक विकेट पर 119 रन से खेलने उतरी भारतीय टीम ने तीनों सत्र में दो-दो विकेट गंवाए. इंग्लैंड की टीम जब तीसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरेगी तो उसके लिए इस बढ़त को पार करना आसान नहीं होगा.
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी जोश दिखाते हुए गेंदबाजी की और पूरे दिन अपील करते रहे लेकिन कामचलाऊ गेंदबाज जो रूट को छोड़कर सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी नहीं कर सके. जडेजा को हालांकि रूट को खेलने में थोड़ी परेशानी हुई और एक बार तो उनकी अपील पर अंपायर पॉल रेफेल ने पगबाधा की अपील स्वीकार भी कर ली लेकिन डीआरएस का फैसला इस भारतीय खिलाड़ी के हक में रहा.